यमुना नदी की दशा सुधारने के लिए 1993 में यमुना एक्शन प्लान बनाया गया. इस योजना के तहत 25 वर्षो के दौरान 1514 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा चुके हैं. लेकिन यमुना अभी भी मैली है. सवाल है कि यमुना की सफाई का प्लान सालों से क्यों हो रहा नाकाम? इसके कई कारण हैं जिसमें सरकारी लालफीताशाही के साथ साथ लोगों में जागरुकता की कमी भी जिम्मेदार है. इसके बारे में बता रहे हैं यमुना की सफाई में जुटे एक्टिविस्ट दुर्गा दुबे.