आज कुछ अच्छा खाने का मन था,
मैंने कहा जो सबसे अच्छा बनाती हो
वही बनाओ...
फिर...
फिर क्या... मुंह बना के बैठ गई.
पत्नी: तुम मुझसे कितना प्यार करते हो?
पति: शाहजहां से भी ज्यादा.
पत्नी: मेरे मरने के बाद ताजमहल बनाओगे.
पति: मैं तो प्लॉट ले भी चुका हूं पगली देर तो तू ही कर रही है.
पति- पत्नी की लड़ाई हो गई.
आधा दिन चुपचाप गुजरने के बाद पत्नी, पति के पास आई और बोली- थोड़ा आप
समझौता करो थोड़ा मैं करती हूं.
पति- ठीक है क्या करना है...
पत्नी- आप माफी मांग लो, मैं माफ कर दूंगी.
बीवी ने बड़े प्यार से पति के गले में बाहें
डालीं और पूछा- कैसी लग रही हूं जी?
पति: जैसे भगवान शंकर के गले में नागिन
लिपटी हो.
सुबह-सुबह पत्नी नींद से उठते ही बोली- अजी सुनते हो?
पति- बोलो! क्या हुआ?
पत्नी- मुझे सपना आया कि आप मेरे लिए हीरों का हार लेकर आए हो.
पति- ठीक है, तो वापिस सो जा और पहन ले.