दिवाली के बाद दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता हुई ‘गंभीर’, राजधानी में छाई धुंध

CPCB द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, नई दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 382 दर्ज किया गया, जो "बहुत खराब" है. नई दिल्ली की वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में आ गयी है. दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक दिवाली पर आधी रात तक करीब 152 आग से संबंधित कॉल आई, जिसके बाद करीब 36 और कॉल आई. दिल्ली में प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पटाखों पर रोक लगाई गई थी और केवल ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गयी थी

Photo: PTI
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:59 AM IST
  • दिल्ली-NCR में दिवाली के बाद, वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने किया था पहले ही आगाह

दिल्ली-NCR में दिवाली के बाद, शुक्रवार को वायु गुणवत्ता (Air Quality Index) बेहद खराब हो गई है. शहर के कई इलाकों में धुंध की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, नई दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 382 दर्ज किया गया, जो "बहुत खराब" है. नई दिल्ली की वायु गुणवत्ता "गंभीर" श्रेणी में आ गयी है.

पटाखों के कारण, नई दिल्ली की हवा और भी ज्यादा दूषित हो गयी है, CPCB के अनुसार, शहर का PM 2.5 के सुरक्षित सीमा स्तर से 33 गुना अधिक हो गया था.

पिछले 24 घंटे में बढ़ा AQI 

सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चलता है कि 24 घंटे का औसत एक्यूआई रात 9 बजे "गंभीर" श्रेणी को छू गया था और धीरे-धीरे हर घंटे यह बढ़ रहा है, जिसके कारण राजधानी में धुंध छाई हुई है. एक्यूआई रात 9 बजे 404 था, और फिर यह आधी रात तक औसतन 422, 2 बजे तक 428, सुबह 6 बजे तक 444, सुबह 7 बजे तक 446 और शुक्रवार को सुबह 8 बजे तक 451 हो गया.

क्या है AQI वर्गीकरण?

आपको बता दें, सीपीसीबी 51-100 के बीच के एक्यूआई को "संतोषजनक", 101-200 को "मध्यम", 201-300 को "खराब", 301-400 को "बहुत खराब" और 401 से ऊपर के एक्यूआई को "गंभीर" के रूप में वर्गीकृत करता है. दिवाली से पहले कई एजेंसियों ने भविष्यवाणी की थी कि नई दिल्ली की हवा दिवाली पर पटाखों के बिना भी "बहुत खराब" श्रेणी के उच्च अंत तक पहुंच जाएगी, क्योंकि पिछले 24 घंटों में हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम में बदल गई है. 

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने किया था आगाह 

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) ने दिवाली से पहले कहा था कि अगर इस साल 2019 में जितने पटाखे जलाये गए थे उसके आधे भी जलाए गए, तो हवा की गुणवत्ता गिर जाएगी

पराली भी है एक कारण  

SAFAR के मॉडल के अनुसार, पराली जलाने की वजह से दिल्ली के प्रदूषण की शुक्रवार को 35 फीसदी और शनिवार को 40 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है.

SAFAR ने गुरुवार को अपने पूर्वानुमान में कहा, "दिल्ली में बेहद शांत हवा की स्थिति, 25% स्टबल शेयर (2,293 फायर काउंट से) आज दो प्रमुख कारक हैं।" केवल शनिवार की शाम से ही राहत की उम्मीद है, लेकिन एक्यूआई अभी भी 'बहुत खराब' सीमा के भीतर उतार-चढ़ाव करेगा।"

दरअसल, गुरुवार को पालम और सफदरजंग दोनों में विजिबिलिटी 500 मीटर तक गिर गई थी, जो शुक्रवार की सुबह 200 मीटर और गिर गई.

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के एक वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा, “दिल्ली एनसीआर में आज सुबह (शुक्रवार) कोहरा बढ़ गया है, आईजीआई पालम हवाई अड्डे पर विजिबिलिटी में 200 मीटर की गिरावट दर्ज की गई.

दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक दिवाली पर आधी रात तक करीब 152 आग से संबंधित कॉल आई, जिसके बाद करीब 36 और कॉल आई. आपको बताते चलें कि, दिल्ली में प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पटाखों पर रोक लगाई गई थी और केवल ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी गयी थी. 

 

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