गोवा के होटल में एक स्टार्टअप कंपनी की सीईओ ने अपने 4 साल के बच्चे की हत्या कर दी और शव को लेकर कार से बेंगलुरु जा रही थी. लेकिन पुलिस ने रास्ते में उसे गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल महिला 6 दिन की पुलिस रिमांड पर है. अब इस मामले में गोवा के डीजीपी जशपाल सिंह ने कहा कि महिला जांच में सहयोग नहीं कर रही है. उधर, जिस कार से महिला बेंगलुरु जा रही थी, उस कार के ड्राइवर Rayjohn Desouza ने 12 घंटे के सफर की पूरी कहानी बताई है.
गोवा के डीजीपी जशपाल सिंह ने बताया कि कोर्ट ने आरोपी महिला को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. उससे पूछताछ की जा रही है. हालांकि वो पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है.
8 जनवरी की रात को क्या हुआ-
डीजीपी ने बताया कि सूचना सेठ 6 जनवरी को गोवा आई थी और 8 जनवरी को रात 12:30 बजे के आसपास होटल से निकली थी. जब होटल के स्टाफ को शक हुआ कि महिला अपने बच्चे के साथ आई थी, लेकिन बच्चे के बिना जा रही है. स्टाफ ने होटल का कमरा साफ किया तो रूम में खून के धब्बे मिले, जिसकी वजह से होटल स्टाफ का शक और बढ़ गया. डीजीपी का कहना है कि होटल में जो खून था, वो महिला का लग रहा है, क्योंकि उसकी कलाई पर कट के निशान थे.
दम घुटने से हुई बच्चे की मौत-
डीजपी जशपाल सिंह के मुताबिक शुरुआती डॉक्टर रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के मुंह पर किसी चीज को रखकर दबाया गया, जिससे उसका दम घुटा और उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि बच्चे के शरीर पर किसी तरह के जख्म के निशान नहीं थे. बच्चे को इंटरनल इंजरी थी, जो स्मोदरिंग से होती है. उन्होंने बताया कि हालांकि हमारे पास अभी पीएम रिपोर्ट नहीं पहुंची है, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट में यही पता चला है कि बच्चे का मुंह दबाया गया है, जिससे दम घुटने से मौत हुई है.
होटल स्टाफ ने 112 पर किया कॉल-
डीजीपी ने कहा कि होटल स्टाफ ने 112 पर कॉल किया और बताया कि एक महिला यहां अपने बच्चे के साथ आई थी और अब वो जा रही है, लेकिन बच्चा उसके साथ नहीं है. होटल स्टाफ ने ये भी बताया कि रूम में खून के धब्बे मिले हैं. जशपाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने महिला को कॉल किया, लेकिन नंबर नहीं लगा.
उन्होंने कहा कि गोवा एक पर्यटक स्थल है, यहां पर होटल मैनेजमेंट स्टाफ को टूरिस्ट सेफ्टी के बारे में बताता है. इस वजह से वो काफी एक्टिव रहते हैं.
टैक्सी वाले को पुलिस स्टेशन भेजा गया-
डीजीपी ने कहा कि महिला गोवा की टैक्सी से गई थी. सीसीटीवी में टैक्सी का नंबर दिखा. पुलिस इंस्पेक्टर ने टैक्सी ड्राइवर को कॉन्टेक्ट किया और उसको बताया कि आप किसी नजदीक के पुलिस स्टेशन में चले जाइए. इसके बारे में कर्नाटक पुलिस को जानकारी दी गई कि महिला पर ऐसा शक है. ड्राइवर टैक्सी को पुलिस स्टेशन ले गया. कार से बॉडी बरामद की गई.
महिला ने बेटे की क्यों की हत्या-
डीजीपी ने बताया कि कोर्ट ने आरोपी को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. हम ये जानने की कोशिश करेंगे कि हत्याकांड को कैसे और क्यों अंजाम दिया गया. डीजीपी के मुताबिक अब तक की जांच में जो मोटिव स्टेबलिश हो रहा है, वो ये है कि पति और पत्नी के बीच विवाद था, मामला कोर्ट में था, कोर्ट ने आर्डर दिया था कि हर संडे को पिता बच्चे से मिल सकते हैं, बात कर सकते हैं.
महिला ने कलाई की नस काटी-
महिला शनिवार को बच्चे को लेकर गोवा आई और हत्याकांड को अंजाम दिया. डीजीपी ने कहा कि महिला की कलाई में कट के निशान हैं, उसी का खून होटल में था. क्योंकि बच्चे के शरीर पर कोई इंजरी नहीं है. डीजीपी ने बताया कि होटल में कफ शिरफ मिला है, लेकिन वो जांच के दायरे में है. महिला से पूछताछ जारी है.
डीजीपी ने बताया कि ये कोऑर्डिनेट ऑपरेशन था. जिसमें होटल स्टाफ, गोवा पुलिस, टैक्सी ड्राइवर और कर्नाटक पुलिस सभी की अलर्टनेस रही. उन्होंने बताया कि ड्राइवर को जो आदेश दिया गया, उसने उसका पालन किया.
महिला जिस कार में अपने 4 साल के बेटे की लाश लेकर बेंगलुरु जा रही थी, उस कार के ड्राइवर का नाम Rayjohn Desouza है. ड्राइवर ने 12 घंटे एक कातिल के साथ रहने की कहानी बताई. उन्होंने बताया कि मैडम पूरे सफर में एकदम शांत थी. कुछ नहीं बोला. सिर्फ एक जगह पानी की बोतल के लिए रुकी.
लाश बरामद होने पर भी नॉर्मल थी महिला-
ड्राइवर डिसूजा ने बताया कि जब कार से लाश बरामद हुई, उस वक्त भी महिला नॉर्मल थी. एकदम शांत थी, कोई पैनिक नहीं.
बैग भारी लग रहा था- ड्राइवर
ड्राइवर ने बताया कि रात को होटल से कॉल आया था कि अर्जेंट बेसिस पर बेंगलुरु ड्रॉप करना है. जल्द से जल्द भेजने को बोला था. 12:30 बजे टाइम फिक्स किया था. हम दो ड्राइवर पहुंचे थे. क्योंकि अर्जेंट बेसिस पर था, हम लोगों को था कि रास्ते में गाड़ी रोकेंगे थोड़ा, नींद पूरी नहीं होगी, इसलिए दो ड्राइवर पहुंचे थे.
डिसूजा ने बताया कि करीब एक बजे वो गाड़ी में बैठी. उसने बोला कि मेरा बैग लेकर आओ. मैं बैग लेकर आया तो बैग बहुत भारी लगा. लेकिन हमें उस वक्त शक नहीं हुआ था. फिर गाड़ी में बैठा.
गाड़ी में एकदम चुप थी महिला-
ड्राइवर डिसूजा ने बताया कि पूरे रास्ते महिला एकदम चुप थी और गाड़ी स्टार्ट करने के बाद जब हम लोग गोवा कर्नाटक के बॉर्डर पर पहुंचे तो वहां पूरा रोड जाम हो गया. मैंने पुलिसवालों से पूछा कितना टाइम लगेगा. पुलिसवाले ने बोला- करीब 4 घंटे लगेंगे. मैं गाड़ी में वापस आया और मैडम से दो घंटे ज्यादा ही बोला. मैंने बोला कि मैडम 5-6 घंटे लगेंगे, आपको चाहिए तो यूटर्न लेकर एयरपोर्ट छोड़ दूंगा. आप फ्लाइट बुक कर लो. तब उसने बोला कि जब ट्रैफिक खुलेगा, तब जाएंगे, कोई दिक्कत नहीं है.
ड्राइवर ने बताया कि तब मुझे थोड़ा ऑड लगा, क्योंकि एक तरफ तो इनको जाने की जल्दी भी थी और अब ट्रैफिक होने के बाद भी नो प्रॉब्लम बोल रही है.
टैक्सी ड्राइवर को आया पुलिस का कॉल-
डिसूजा ने बताया कि जब कर्नाटक बॉर्डर क्रॉस किया तो अचानक गोवा पुलिस का कॉल आया. पुलिस ने बोला कि रात को होटल से एक औरत को लेकर गए, क्या उसके साथ कोई बच्चा है? मैंने बोला कि नहीं है. मैंने बोला कि क्या हुआ? उन्होंने बोला कि होटल से कॉल आया कि रूम के अंदर ब्लड मिला, हमें शक है कि उनके साथ जो बच्चा था, वो नहीं है. उन्होंने बताया कि मैंने बोला कि मैडम से बात कर लो. मैडम ने पुलिस से बात की. इसके बाद पुलिस ने कहा कि 15 मिनट के बाद कॉल करता हूं.
ड्राइवर ने बताया कि कुछ देर बाद पुलिस का दोबारा कॉल आया और उन्होंने बताया कि मैडम ने जो एड्रेस और डिटेल्स दिए हैं, वो सब फेक निकला. अब 100 फीसदी कन्फर्म है कि कुछ गड़बड़ है. पुलिस ने कहा कि जैसे ही रास्ते में कोई पुलिस स्टेशन दिखे, वहां गाड़ी रोको और हमें कॉल करो.
ड्राइवर ने बताया, कैसे पकड़ी गई महिला-
डिसूजा ने बताया कि जब मैंने गूगल मैप देखा तो पास में कोई पुलिस स्टेशन दिखा, लेकिन वो पीछे था. अगर हम यूटर्न लेते तो अलार्म बजता, तो मैंने वो नहीं किया. मैं गाड़ी आगे लेकर जाता रहा. उन्होंने बताया कि कर्नाटक में सारे बोर्ड वहां की भाषा में थे तो कुछ समझ नहीं आ रहा था. बाद में मेरे साथ जो एक ड्राइवर था, उसको बोला कि अब एक रेस्टोरेंट में रोकता हूं, तुम एक काम करो, वॉशरूम में जाकर उधर ही रुको, जब तक वो वॉशरूम में था, मैंने जीपीएस से पास का पुलिस स्टेशन देखा तो नहीं मिला. फिर मैंने एक गार्ड से पूछा तो उसने बताया कि 500 मीटर आगे एक पुलिस स्टेसन है, जिसका नाम आई मंगला पुलिस स्टेशन है.
ड्राइवर ने बताया कि इसके बाद मैं गाड़ी में बैठा और पुलिस को कॉल किया और बताया कि मैं पहुंचने वाला हूं. जैसे ही मैंने पुलिस स्टेशन में गाड़ी लगाया, मैडम ने बोला- यहां क्यों लाए? मैंने बोला कि मुझे पुलिस का बहत कॉल आ रहा ता, उनको आप से बात करनी है. मैं गाड़ी से उतरकर कर्नाटक पुलिस को दे दिया, पुलिस ने गोवा पुलिस से बात की. इसके बाद गाड़ी की तलाशी ली गई, मैडम से बात की, गाड़ी में बैग में कपड़े और बच्चे की लाश थी. ड्राइवर ने बताया कि पूरे रास्ते महिला एकदम शांत थी. एक बार उनका फोन आया था, शायद वो होटल से कॉल था.
(बेगलुरु से अरविंद ओझा की रिपोर्ट)
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