झारखंड के दुमका में हुई हाल की घटनाओं से कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. खासकर महिलाओं को अपराधी लगातार निशाना बना रहे हैं. ताजा घटना दुमका के जरूवाडीह मुहल्ले की है, जहां एक सरफिरा प्रेमी शाहरुख हुसैन ने अंकिता सिंह नामक युवती पर सोते में खिड़की से पेट्रोल डाल कर आग लगा दी. जली अंकिता को गंभीर अवस्था में फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई. इस मौत की पुष्टि नगर थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने की है.
क्या है पूरा मामला
घटना की जानकारी मिलते ही कार्यपालक दंडाधिकारी चन्द्रजीत सिंह और एसडीपीओ नुर मुस्तफ़ा हॉस्पिटल पहुंच कर पूछताछ की और पीड़ित लड़की का का बयान दर्ज किया. दरअसल, दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरूवाडीह का रहने वाला शाहरुख हुसैन नाम के युवक की मोहल्ले के हिन्दू लड़की अंकिता सिंह से पिछले कुछ महीनों से जान पहचान हुई थी. अंकिता 12 वीं की छात्रा थी और स्कूल जाते आते शाहरुख से मुलाकात होती थी. पिछले कुछ दिनों से शाहरुख उसे प्रपोज कर रहा था, लेकिन अंकिता उसे नजरअंदाज कर रही थी. शाहरुख को उसकी बेरुखी नागवार गुजरी और उसने इसका अंजाम भुगतने की धमकी अंकिता को दी थी.
धमकी को हकीकत तब बदल गई, जब सुबह चार बजे शाहरुख पेट्रोल की बोतल लेकर अंकिता के घर के पीछे उस खिड़की के पास पहुंचा, जहां अंकिता सोती थी. खुली खिड़की से उसने सोई हुई अंकिता पर पेट्रोल उड़ेल कर माचिस जलाकर आग के हवाले कर दिया और वहीं खड़े होकर आग के लपटों में घिरी चीखती चिल्लाती अंकिता को देखता रहा. आग के लपटों में घिरी अंकिता दरवाजे खोल बाहर भागी. घर में मौजूद परिवार के लोग उसकी चीख सुनकर जग गए और किसी तरह आग को बुझाया, लेकिन तब तक वह काफी जल चुकी थी. अंकिता के घरवालों ने खिड़की की आग बुझाने के दौरान शाहरुख को वहीं खड़े देखा. आस पड़ोस के लोग भी आवाज सुन कर वहां पहुंचने लगे, तो पकड़े जाने के डर से आरोपी शाहरुख वहां से भाग खड़ा हुआ.
बता दें कि यह घटना 23 अगस्त को जरूवाडीह में अंकिता के घर सुबह चार बजे घटी. घर में उस वक्त अंकिता के दादा दादी ,उसके पिता और उसका छोटा भाई मौजूद था.
एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने बताया कि शाहरुख और अंकिता पहले से परिचित हैं. किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. इस लड़ाई के बाद शाहरुख ने अंकिता को मार देने का प्लानिंग बना लिया और आज उसने अपने मंसूबों को अंजाम दे दिया. एसडीपीओ ने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
एसपी ने क्या कहा?
मामले को तूल पकड़ता देख एसपी अम्बर लकड़ा पीड़ित परिवार से मिलने उसके घर पहुंचे और अंकिता के दादा दादी से मिलकर जल्द न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है. 23 तारीख को जब घटना हुई थी, उसी दिन आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इस संबंध में जितना ठोस साक्ष्य हम लोग को मिला है और डाईंग डिक्लेरेशन में पीड़िता ने भी बताया है. साथ-साथ जितना एविडेंस है, उसका कलेक्शन करके हमारा मकसद रहेगा कि आरोपी को कैपिटल पनिशमेंट जैसे फांसी की सजा दिला पाएं.
उन्होंने कहा कि आज पीड़िता का रांची में देहांत हो गया. आज उनके परिवार से मिलने आए हैं. पीड़िता के परिवार को सरकार की तरफ से जो मुआवजा देय होगा वह मिलेगा. एसपी ने कहा कि हमने कोर्ट में रिक्विजिशन भी डाल रखा है, जिसमें फास्ट ट्रैक कोर्ट में विचारण चलेगा. कोर्ट में त्वरित विचारण के लिए याचिका दी जाएगी.
क्या कहते हैं घर वाले
घटना की चश्मदीद 70 वर्षीय अंकिता की दादी विमला देवी ने कहा कि नशे में डूबा शाहरुख ने खिड़की तोड़ कर अंकिता पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा दिया. दादी ने बताया कि अंकिता के मां की मौत डेढ़ साल पहले कैंसर से हो गई. घर में दादा-दादी अंकिता के पिता, एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है. उन्होंने कहा कि मैं काफी बूढ़ी हो गई हूं, मेरी उम्र 60 वर्ष हो गई है. दादी ने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए.
अंकिता के दादा ने अपनी पोती के बारे में बताते हुए कहा कि घर की हालात को देखते हुए वह कुछ काम करना चाहती थी. वह अपने जान पहचान वाले से नौकरी मांगती थी ताकि घर की माली हालत को दुरुस्त कर सकें. वह ग्रेजुएशन कर टीचर बनने की इच्छा रखती थी. दादा ने कहा कि उसके सारे ख्वाब को उस अपराधी ने खत्म कर दिया. दादा अनिल सिंह ने कहा कि मेरी पोती काफी तकलीफ से मरी है. इसीलिए आरोपी को फौरन ही फांसी की सजा मिलनी चाहिए.
उन्होंने बताया कि आरोपी शाहरुख नशा करता था और जुआ खेलता था. घटना के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि घटना के एक दिन पूर्व 9 बजे रात को शाहरुख ने फोन पर अंकिता को धमकी दी थी कि अगर वह उससे बात नहीं करेगी तो उसे वह जान से मार देगा. पुलिस शिकायत की बात पर दादा अनिल सिंह ने कहा कि काफी रात होने के वजह से नहीं जा पाए और सुबह-सुबह जाने की सोचे थे, लेकिन 4 बजे सुबह ही यह घटना घट गई. इधर, अंकिता की मौत की खबर मिलने के बाद दुमका में उसके परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.
कड़ी सुरक्षा के बीच बेतिया घाट पर अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. बड़ी संख्या में दुमका के लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए. शहर का माहौल ना बिगड़े इसके लिए पुलिस ने एहतियातन कुछ लोगों को हिरासत में लिया. हालांकि इसके बारे में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है.