Madhya Pradesh: कलयुगी औलाद! पिता के शव का 2 हिस्सा करो... 2 भाइयों की लड़ाई में उठी अजीब मांग

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के एक गांव में अनोखा मामला सामने आया. एक बुजुर्ग की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर फैमिली में ही विवाद हो गया. बुजुर्ग के दो बेटे अंतिम संस्कार को लेकर भिड़ गए. बडे़ बेटे ने यहां तक कह दिया कि शव के दो हिस्से किए जाएं और अलग-अलग अंतिम संस्कार किया जाए. हालांकि पुलिस ने मामला शांत कराया और बुजुर्ग का अंतिम संस्कार हुआ.

Elder son demanded to divide father's body into two parts
gnttv.com
  • टीकमगढ़, मध्य प्रदेश,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में ताल लिधौरा गांव में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पिता की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लेकर 2 भाइयों में लड़ाई इतनी बढ़ गई कि पिता के शव को दो हिस्सों में बांटने की डिमांड होने लगी. इस विवाद की वजह से गांव में तनाव का माहौल बन गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने अंतिम संस्कार कराया.

पिता के निधन पर घर में कलह-
दरअसल ताल लिधौरा गांव में 85 साल के ध्यानी सिंह घोष का निधन हो गया. इसके बाद उनका छोटा बेटा उनके अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगा. गांव के जिसको भी इसकी जानकारी मिली, हर किसी ने दुख जताया. रिश्तेदार भी इकट्ठा हो गए. इस बीच ध्यानी सिंह का बड़ा बेटा भी पिता के अंतिम संस्कार के लिए गांव पहुंचा. 

अंतिम संस्कार को लेकर विवाद-
बड़े बेटे किशन सिंह घोष पिता का अंतिम संस्कार करने की जिद करने लगा. लेकिन छोटा बेटा देशराज दामोदर इससे इनकार कर दिया. छोटा बेटे का कहना था कि उसने ही पिता की सेवा की है और अंतिम संस्कार वो ही करेगा. परिजनों का कहना है कि अंतिम समय में ध्यानी की तबीयत बिगड़ी तो बड़े बेटे ने कोई सुध नहीं ली. ऐसे में अंतिम संस्कार करने का कह छोटे बेटे को ही मिलना चाहिए.

पिता के शव के दो हिस्से करो-
पिता का शव घर पर रखा हुआ था और दोनों बेटे लड़ रहे थे. दोनों बेटों की लड़ाई की वजह से अंतिम संस्कार पर भी फैसला नहीं हो पा रहा था. विवाद इतना बढ़ गया कि बड़े बेटे  किशन ने पिता के शरीर के दो टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार करने की मांग कर डाली. इस बात को सुनकर हर कोई हैरान रह गया. जब मामला नहीं थमा तो गांववालों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी.

पुलिस ने सुलझाया मामला-
जब पुलिस भी गांव पहुंची तो वो भी हैरान रह गई. बड़े बेटे की मांग सुनकर पुलिसवाले भी सकते में आ गए. पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया. गांववालों और परिवारवालों ने छोटे पुत्र दामोदर को अंतिम संस्कार करने की बात कही. इसके बाद मामला शांत हुआ. थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी ने बताया कि गांव में रिश्तेदारों एवं परिजनों से जानकारी के बाद छोटे पुत्र दामोदर घोष से अंतिम संस्कार कराया गया और बड़े पुत्र को सहयोग करने की सलाह दी गई है कि वह भी पिता के अंतिम संस्कार में सहयोग कर सकता है.

(सुधीर जैन की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें:

 

Read more!

RECOMMENDED