दिल्ली के महरौली में हुए खौफनाक हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. इस बीच दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस को अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या करने वाले आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी है. पुलिस का कहना है कि आफताब जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. पुलिस हिरासत में आफताब को 24X7 सीसीटीवी की निगरानी में रखा जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक साल 2019 से श्रद्धा और आफताब रिश्ते में थे, दोनों के बीच आपस में छोटी छोटी बातों में झगड़े हुआ करते थे....मुंबई से श्रद्धा और आफताब ने हिल स्टेशन घूमने का प्लान बनाया, दोनों एक महीने के टूर पर हिल स्टेशन घूमने के लिए निकले थे. दोनों इसके बाद ही दिल्ली शिफ्ट हुए थे. जहां बीती 18 मई को झगड़ा होने के बाद आफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर पहले मारा फिर उसके शव के 35 टुकड़े कर महरौली के जंगलों में फेंक दिया.
सीसीटीवी में दिख रहा आफताब
दिल्ली पुलिस छतरपुर एरिया की सीसीटीवी मैपिंग कर रही है क्योंंकि ये हत्या 6 महीने पहले हत्या हुई थी इसलिए पुलिस 6 महीने का रिकार्ड खंगालने की कोशिश कर रही है. कई जगह आफताब घर की तरफ आते-जाते दिख रहा है, हालांकि ज्यादातर जगह 15 दिन की ही सीसीटीवी रिकार्डिंग होती है ऐसे में 6 महीने पुराना रिकार्ड निकालना बेहद मुश्किल है. जिन सीसीटीवी कैमरों में आरोपी आफताब नजर आ रहा है. ये हाल ही कि सीसीटीवी फुटेज हैं. इन फुटेज के आधार पर पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि इन दिनों वो किन लोगों से मिल रहा था और कहा कहां पर जा रहा था. आफताब ने अपनी आखिरी जॉब गुरुग्राम के एक कॉल सेंटर में की थी जहां 6,7 दिन एबसेंट रहने के चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था.
पहले भी हो चुका था ब्रेकअप
फिलहाल श्रद्धा के पिता का डीएनए सेंपल ले लिया गया है. जंगल से करीब 10 से 13 हड्डियां बरामद की हैं, पुलिस ने उन्हें फोरेंसिक लैब में भेजा गया है, जिससे पता लगेगा कि वो श्रद्धा की हड्डियां हैं या किसी जानवर की हैं. आफताब के घर से कुछ ब्लड के निशान मिले हैं. पिता का डीएनए सेंपल ले लिया गया है जिससे आगे बॉडी पार्ट और ब्लड सेंपल मैच किया जा सके. आफताब और श्रद्धा का तीन साल से झगड़ा चल रहा था. कई बार वो ब्रेकअप करने का प्लान कर चुके थे, एक बार ब्रेकअप कर भी लिया था. 18 मई को दोनों के बीच घर का सामान लेने को लेकर झगड़ा हुआ. दोनों एक दूसरे से कहते थे घर का खर्च और सामान कौन लाएगा. आफताब ने जांच में बताया कि उसे श्रद्धा की इस बात पर बहुत गुस्सा आया. आफताब ने पुलिस को बताया कि वह रोज फ्रिज खोलकर श्रद्धा के चेहरे को देखता था. इतना ही नहीं उसने श्रद्धा की पहचान मिटाने के लिए हाथों की कलाइयां, अंगुलियां समेत कई हिस्सों को ब्लोअर से जला दिया था.
मामूली सी बात पर हुआ था झगड़ा
18 मई की शाम से झगड़ा शुरू हुआ और 8 बजे से 10 बजे के बीच आफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर कत्ल किया. रात भर बॉडी रूम में ही रखी और अगले दिन चाकू और फ्रीज खरीदने गया. फिलहाल हत्या वाला हथियार पुलिस को बरामद नहीं हुआ है, श्रद्धा का मोबाइल नहीं मिला है. श्रद्धा का सिर बरामद नहीं हुआ है, आफताब और श्रद्धा के हत्या के दिन पहने हुए कपड़े नहीं मिले हैं. आफताब ये कपड़े एक कूड़े की मूविंग गाड़ी में फेक दिए थे. आफताब के घर से श्रद्धा का एक बैग मिला है जिसमें उसका सामान है.
आफताब सितंबर में मुंबई पुलिस के पास गया था जब इसे बुलाया था इसने कहा श्रद्धा झगड़ कर चली गई थी. फिर एक बार अपना सामान लेने वापस आई और चली गई पर मुंबई पुलिस को शक हुआ जिसके आधार पर उन्होंने डीसीपी साउथ से संपर्क कर महरौली थाने में केस ट्रासंफर कराया.कोर्ट में केस को स्ट्रॉन्ग करने के लिए टेक्निकल, साइंटिफिक, डिजिटली काफी जांच बाकि है. गुरुवार को आफताब को साकेत कोर्ट में पेश किया जाएगा. जहां पुलिस कस्टडी की मांग करेगी क्योंकि अभी हथियार, बॉडी के पार्ट्स काफी चीजें बरामद करनी हैं.