Zika Virus In Kanpur: कानपुर में जीका वायरस के तीन और मरीज मिले, कुल केस हुए चार

यूपी के कानपुर में जीका वायरस के तीन और मामले सामने आ गए. शनिवार को तीन और लोगों के जीका वायरस (Zika Virus) से संक्रमित होने के बाद कानपुर का संक्रमितों की संख्या चार हो गई. आनन-फानन में इन मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की तलाश शुरू कर दी गई.

zika virus ( file photo)
अनिरुद्ध गोपाल
  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST
  • 24 अक्टूबर को यूपी में जीका वायरस का आया था पहला केस
  • वायुसेना केंद्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट

शनिवार को तीन और लोगों के जीका वायरस (Zika Virus) से संक्रमित होने के बाद कानपुर का संक्रमितों की संख्या चार हो गई. उत्तर प्रदेश में 24 अक्टूबर को जीका वायरस का पहला मामला दर्ज किया था, जब कानपुर में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एक जवान को जीका वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया.

कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ नेपाल सिंह ने कहा कि "जीका वायरस संक्रमित व्यक्तियों के तीन ताजा मामलों के साथ, संख्या चार तक पहुंच गई. सभी तीन ताजा मामले में तीनों पुरुष हैं, जिनमें से दो भारतीय वायुसेना के जवान हैं, और एक नागरिक है."

बता दें कि 24 अक्टूबर को जब वायु सेना के जवान को जीका वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया था, तो स्वास्थ्य अधिकारियों ने 22 लोगों के नमूने एकत्र किए थे, जो संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में थे. परीक्षण के लिए गए सभी नमूनों को जांच में निगेटिव पाया गया था.

465 नमूनों की हुई जांच

सीएमओ ने कहा कि "एक गर्भवती महिला और बुखार से पीड़ित लोगों सहित 465 नमूने गुरुवार और शुक्रवार को लगातार दो दिनों में एकत्र किए गए थे जिन्हें परीक्षण के लिए केजीएमयू लखनऊ प्रयोगशाला भेजा गया था. इसमें से 3 नमूने जीका वायरस के लिए पॉजिटिव पाए गए.

वायुसेना केंद्र के आसपास के इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीमों से कहा गया है कि वे वायुसेना केंद्र के आसपास बुखार से पीड़ित लोगों के नमूने एकत्र कर उन्हें जांच के लिए भेजें.

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वायरस के प्रसार की जांच करने और जीका वायरस के स्रोत को ट्रैक करने के लिए, स्वास्थ्य टीमों को आगे प्रसार को रोकने के लिए, एंटी-लार्वा छिड़काव और बुखार रोगियों की पहचान करने के लिए कहा गया है.

जीका वायरस क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, जीका वायरस एडीज मच्छरों से फैलता है. यह पहली बार 1952 में युगांडा और तंजानिया में लोगों में पहचाना गया था.

लक्षणों में आमतौर पर हल्का बुखार, चकत्ते, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द या सिरदर्द शामिल हैं. अधिकांश लक्षण दो-सात दिनों तक रह सकते हैं. यौन संभोग के माध्यम से भी वायरस प्रसारित किया जा सकता है.

विशेषज्ञों ने जीका वायरस के संक्रमण और प्रतिकूल गर्भावस्था और भ्रूण के परिणामों के बीच संबंध का भी पता लगाया है.

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