भूटान
पूर्वी हिमालय में स्थित, भूटान का ऊबड़-खाबड़ इलाका रेलवे निर्माण के लिए चुनौतीभरा है. ऊंचे पहाड़ी दर्रों, खड़ी घाटियों और सीमित समतल भूमि के कारण, यहां रेलवे प्रणाली का निर्माण एक कठिन काम है. यही कारण है कि भूटान सड़क परिवहन पर निर्भर है और यहां सड़कों का सुव्यवस्थित नेटवर्क है.
आइसलैंड
आइसलैंड अपने लुभावने सुंदर आश्चर्यजनक परिदृश्यों, ग्लेशियरों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहां कोई रेलवे नेटवर्क नहीं है. देश की छोटी आबादी और चैलेंजिंग टैरेन, जिसमें ज्वालामुखी गतिविधि भी शामिल है, रेलवे के निर्माण और रखरखाव को मुश्किल बनाते हैं. यही कारण है कि आइसलैंड परिवहन के लिए अपने सड़क नेटवर्क पर ज्यादा निर्भर है.
साइप्रस
साइप्रस द्वीप अपने राजनीतिक विभाजन के कारण एक अनोखी चुनौती का सामना कर रहा है. 1851 से 1905 तक यहां रेलवे नेटवर्क था, जो आर्थिक कारणों से बंद कर दिया गया. उसके बाद, साइप्रस माइन कॉर्पोरेशन द्वारा रेल लाइन विस्तार शुरू किया गया, जिसे 1974 में फिर से बंद कर दिया गया. यहां के लोग ज्यादातर बसों और व्यापक सड़क नेटवर्क पर निर्भर हैं.
पापुआ न्यू गिनी
सुदूर द्वीपों और घने जंगलों वाले पापुआ न्यू गिनी की विविध टोपोग्राफी ने रेलवे नेटवर्क बनाने में हमेशा एक समस्या खड़ी की है. सड़क मार्गों के सीमित बुनियादी ढांचे के साथ, देश हवाई और समुद्री परिवहन पर बहुत अधिक निर्भर है.
मालदीव
मालदीव एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. यहां भी रेलवे की अवधारणा स्वाभाविक रूप से चुनौतीपूर्ण हो जाती है. इसका भूभाग काफी छोटा है और पानी प्रचुर मात्रा में है, इसलिए देश द्वीपों के बीच परिवहन के लिए मुख्य रूप से समुद्री विमानों और नावों पर निर्भर है.
अण्डोरा
यह जनसंख्या के हिसाब से 11वां और क्षेत्रफल के हिसाब से 16वां सबसे छोटा देश है. फिर भी, इसमें रेलवे के बुनियादी ढांचे की कमी बनी हुई है. फ्रांसीसी रेलवे कनेक्शन होने के बावजूद, जो इसकी सीमाओं में सिर्फ 1.2 मील तक फैला हुआ है, अण्डोरा एक व्यापक रेलवे प्रणाली के बिना चल रहा है.
मोनाको
मोनाको एक छोटी सी रियासत है, जो फ्रेंच रिवेरा पर बसी है, और अपनी विलासिता और सीमित जगह के लिए जानी जाती है. देश का सघन आकार और इसका शहरीकृत परिदृश्य रेलवे के निर्माण को मुश्किल बनाता है. मोनाको सड़क परिवहन पर निर्भर है और यहां बसों और टैक्सियों का अत्यधिक कुशल नेटवर्क है.
यमन
महत्वपूर्ण आर्थिक चुनौतियों और भूराजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहे यमन में ऑपरेशनल रेलवे नेटवर्क की कमी है. लगातार चल रहे संघर्ष ने बुनियादी ढांचे के विकास को और बाधित कर दिया है, और देश मुख्य रूप से माल और लोगों की आवाजाही के लिए सड़क परिवहन पर निर्भर है.