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Famous Temples in Delhi: दिल्ली आएं तो जरूर करें इन मंदिरों के दर्शन, बनेंगे बिगड़े काम

gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 09 मई 2023,
  • Updated 2:27 PM IST
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दिल्ली में रहने वाले लोगों को भले ही दिल्ली में कुछ खास नजर न आए. लेकिन दूसरे शहरों से आने वाले लोगों के लिए दिल्ली बहुत ही खास है. बहुत से लोगों का सपना होता है कि वे एक बार दिल्ली जरूर घूमें. खासकर कि कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चे अक्सर अपने दोस्तों के साथ दिल्ली दर्शन पर आते हैं. अगर आप एक या दो दिन के लिए दिल्ली में घूमना चाहते हैं तो आज हम आपको बता रहे हैं यहां के कुछ ऐतिहासिक मंदिरों के बारे में. 

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झंडेवालान मंदिर 
राजधानी दिल्ली में स्थित झंडेवालान मंदिर, झंडेवाली देवी को समर्पित है और यह मां का एक सिद्धपीठ है. झंडेवाला देवी मंदिर साल 1944 से अस्तित्व में है. इसके धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व के कारण राज्य सरकार ने दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में इसे शामिल किया है. सालभर में बिना किसी भेदभाव के लाखों की संख्या में भक़्त यहां मां से दर्शन करने यहां आते हैं. खासकर कि नवरात्रों में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है जिससे मंदिर की महत्वता का पता लगता है. मंदिर के ऊपर एक बहुत बडा ध्वज लगाया गया जो पहाड़ी पर स्थित होने के कारण दूर- दूर तक दिखाई देता था जिसके कारण यह मंदिर झंडेवालान मंदिर के नाम से विख्यात हो गया. आप इस मंदिर तक आसानी से मेट्रो से पहुंच सकते हैं. 

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कालकाजी मंदिर  
यह मंदिर दिल्ली के दक्षिणी भाग में कालकाजी नामक स्थान पर स्थित है. यह मंदिर कालका या काली देवी के अवतार को समर्पित है. इस स्थान का नाम भी इसी मंदिर के नाम पर रखा गया है. यह मंदिर दिल्ली की फेमस जगहें जैसे नेहरू प्लेस, ओखला व कालकाजी मेट्रो स्टेशन के बीच में स्थित है. कालकाजी मंदिर बहुत प्राचीन हिन्दू मंदिर है. ऐसा माना जाता है, कि वर्तमान मंदिर के प्राचीन हिस्से का निर्माण मराठाओं द्वारा सन 1764 ईस्वी में किया गया था. यहां पर नवरात्रों में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है क्योंकि इस मंदिर की बहुत ज्यादा मान्यता है. 

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प्राचीन हनुमान मंदिर  
दिल्ली का प्राचीन हनुमान मंदिर कनॉट प्लेस के बाबा खडग़ सिंह मार्ग पर स्थित है. इस मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए सिर्फ दिल्ली के ही लोग नहीं बल्कि विश्व भर से दर्शनार्थी पहुंचते हैं. हर रोज मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है लेकिन मंगलवार और शनिवार को मंदिर परिसर में पैर रखने तक की भी जगह नहीं होती है. आपको बता दें कि दिल्ली का प्राचीन नाम इंद्रप्रस्थ है और महाभारत काल में पांडवों ने इस शहर को यमुना नदी के किनारे बसाया था. तब पांडव इंद्रप्रस्थ पर और कौरव हस्तिनापुर पर राज करते थे. दोनों ही कुरु वंश के थे. ऐसी मान्यता है कि पांडवों के दूसरे भाई भीम और हनुमान दोनों भाई थे इसलिए दोनों को वायु-पुत्र ही कहा जाता है. हनुमान से इस लगाव के कारण ही पांडवों ने इस हनुमान मंदिर की स्थापना दिल्ली में की. 

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बिरला मंदिर
बिरला मंदिर दिल्ली का एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. इसे लक्ष्मीनारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. बिरला मंदिर भगवान लक्ष्मीनारायण या विष्णू को समर्पित है. बिरला मंदिर का निर्माण श्री जुगल किशोर बिड़ला ने कराया था. यह लगभग 7.5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है. यह मंदिर नई दिल्ली में मंदिर मार्ग, कनॉट प्लेस में स्थित है. यह भारत के हजारों भक्तों को आकर्षित करता है और दिल्ली में प्रमुख आकर्षण है. बिरला मंदिर में मनाये जाने वाला प्रमुख त्योहार जन्माष्टमी है. 

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इस्कॉन मंदिर 
इस्कॉन मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे “हरे राम हरे कृष्ण मंदिर” के रूप में भी जाना जाता है. आपको बता दें कि इस मंदिर स्थापना साल 1998 में अच्युत कनविंडे द्वारा की गई थी और यह हरे कृष्णा हिल्स में स्थित है. इस्कॉन मंदिर पूरी दुनिया में अलग-अलग जगह फैले हैं. जिन्हें अपना नाम द इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस से मिला है. यह एक आध्यात्मिक संस्था है.