G-20 के अंतर्गत थिंक-20 समूह की बैठक 16 और 17 जनवरी को भोपाल में होगी. देश विदेश के प्रतिनिधि भोपाल आएंगे तो सांची भी जाएंगे. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत को जी-20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है और राज्य में बैठकें भी हो रही हैं. (Photo: Ravish Pal Singh)
भोपाल में 16 व 17 जनवरी को दो दिवसीय बैठक होगी. इसमें 22 देशों के 94 प्रतिनिधि भाग लेंगे. मध्यप्रदेश की लोक संस्कृति की परंपरा, खान-पान, सत्कार और शहर की स्वच्छता की झलक भी अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी. (Photo: Ravish Pal Singh)
बैठक के बाद, सभी मेहमान सांची स्तूप भी देखने जाएंगे. इसलिए सांची स्तूप को सजाया जा रहा है. सांची स्तूप राज्य की सांस्कृतिक विरासत का अहम हिस्सा है. इसके जरिए राज्य की ऐतिहासिक विरासत के बारे में जानकारी मिलती है. (Photo: Ravish Pal Singh)
आपको बता दें कि सांची, एक छोटा सा गांव है जो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बहुत करीब तलहटी पर स्थित है. यह जगह अपने प्राचीन स्तूपों, मठों और समृद्ध बौद्ध संस्कृति के साथ दुनिया भर से घूमने वालों को आकर्षित करती है. (Photo: Ravish Pal Singh)
वहीं, सांची का महान स्तूप भारत की सबसे पुरानी पत्थर की संरचनाओं में से एक है, और भारतीय वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण स्मारक है. यह मूल रूप से तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में मौर्य सम्राट अशोक महान द्वारा बनवाया गया था. सांची स्तूप की मूर्तियों, स्मारकों और हरे-भरे उद्यानों को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल के रूप में नामित किया गया है. (Photo: Ravish Pal Singh)