मुंबई को सपनों का शहर कहा जाता है. यहां पर रहने वाला हर इंसान बड़े सपने देखता है और उनको पूरा करने की कोशिश करता है. ऐसे में मुंबई में जगह बेहद कम है. मगर लोगों की आंखों में सपने बेहद बड़े हैं. मुंबई में जितनी छोटी जगह उतना ही अधिक टैलेंट है. मुंबई में पिछले कुछ साल में धारावी से काफी अनोखा टैलेंट सामने आया है. ऐसे में मुंबई का एक और इलाका जो अपनी अच्छी चीजों से अधिक बुरी चीजों के लिए जाना जाता है, जो है गोवंडी इलाका. इस इलाके को सालों से अलग तरीके से चित्रित किया गया है. जहां यहां के युवाओं पर भी अधिक ध्यान दिया गया है वहीं मुंबई के इस इलाके में भी टैलेंट की कोई कमी नहीं है.
मुंबई के गोवंडी इलाके में गोवंडी की कलात्मक क्षमताओं को प्रदर्शित करने और बढ़ावा देने के लिए गोवंडी कला महोत्सव को शुरू किया गया है. यह महोत्सव पांच दिन के लिए किया जा रहा है.
इस महोत्सव में विभिन्न प्रदर्शनकारी और दृश्य कलाओं के माध्यम से गोवंडी को दिकाया जा रहा है. साथ ही यह महोत्सव जून 2022 से मार्च 2023 तक भारत और यूके में होने वाले 'इंडिया/यूके टुगेदर, ए सीजन ऑफ कल्चर' का हिस्सा है. इसका उद्देश्य यह उजागर करना है कि गोवंडी सिर्फ एक बस्ती नहीं है बल्कि कहीं अधिक है.
गोवंडी कला महोत्सव 15 फरवरी से 19 फरवरी तक मुंबई के नटवर पारेख कॉलोनी में होगा. वहीं सभी कार्यक्रम प्रत्येक दिन दोपहर 3 बजे से रात 8 बजे के बीच निर्धारित किए गए हैं. साथ ही इस महोत्सव में फिल्म निर्माण, लाइव रैप और थिएटर प्रदर्शन, संगीत, फिल्म स्क्रीनिंग, कला और फोटोग्राफी प्रदर्शन शामिल है.
ये गोवंडी के बच्चों कलाकारों द्वारा किए गए है. वहीं इस महोत्सव में 45 युवाओं को छह महीने के लिए मुंबई के कलाकारों द्वारा ट्रेन किया गया था. इसके साथ ही तीन कलाकारों ने समुदाय के लोगों के साथ एनीमेशन, कहानी और शिल्प क्यूरेशन के माध्यम से साइट-विशिष्ट कला और स्थापनाओं को बनाने के लिए भी काफी काम किया.