रूस और जर्मनी की मौत हो चुकी है, लेकिन अमेरिका, जापान और अफ्रीका अभी जिंदा है. यह किसी रुपहले पर्दे का दृश्य नहीं है. ना किसी उपन्यास के काल्पनिक पात्र है, ये भी हमारे और आपके जैसे चलते फिरते इंसान ही है. जिनकी हम बात कर रहे हैं. ये सगे पांच भाई है जिनका नाम अमेरिका, रूस, जर्मनी, अफ्रीका और जापान है.
वैसे तो ये विश्व के पांच महाशक्ति में शुमार देशों के नाम है, लेकिन हम जिसकी बात कर रहे हैं. वो कोई देश नहीं बल्कि पांच सगे भाई हैं. पश्चिमी चंपारण के बगहा एक प्रखंड के सिसवा बसंतपुर पंचायत का जमादार टोला गांव है. इसी गांव में इनका घर है. इनके इस नामकरण की भी एक दिलचस्प कहानी है.
1952 में रखा गया था नाम
सबसे छोटा भाई जापान शर्मा बताते हैं कि उनके चचेरे भाई अकलू शर्मा 1952 में देश की सेना में भर्ती हुए. सेना में अक्सर इन देशों की चर्चा होती रहती थी. संयोगवश युद्ध के दौरान वो गोली लगने से जख्मी हो गए. वे घर आये थे तो. इनके चाचा चंनर शर्मा के बड़े लड़के का जन्म हुआ और उन्होंने ही उनका नाम अमेरिका शर्मा रख दिया. इसके बाद और चार भाई हुए जिनका नाम भी बड़े देशो के नाम पर ही रखे
गए.
कुछ इस तरह हैं भाईयों के नाम
इन भाईयों के नाम इस प्रकार हैं- सबसे बड़े भाई का नाम अमेरिका, उसके बाद दूसरे भाई का नाम अफ्रीका, तीसरे का नाम जर्मनी, चौथे भाई का नाम रूस और पांचवे भाई का नाम जापान रख दिया. इनमें से दो की मौत हो चुकी है, लेकिन सबसे बड़े भाई अमेरिका शर्मा उम्र 71 वर्ष, अफ्रीका और जापान अभी जीवित है.
जब नाम के कारण खारिज हुआ मुकदमा...
जापान शर्मा ने बताया कि लगभग 35 वर्ष पहले गांव में विवाद हुआ था. जिसमें इन पांचों भाइयों पर दूसरे पक्ष ने कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया था. कोर्ट में गवाही के समय जज ने इनका नाम सुनकर दांतों तले कलम दबा लिया. यहां तक दूसरे पक्ष को कहा कि देश से मुकदमा लड़ोगे तो रहोगे कहां. यह कहते हुए जज ने केस खारिज कर दिया.
नाम सुनकर हंसने लगे डीएसपी
अभी हाल फिलहाल के एक वाकिये का जिक्र करते हुए जापान शर्मा बताते हैं कि एक दिन वो थाने में गवाही देने गए. गवाही खुद डीएसपी ले रहे थे, लेकिन जब नाम पूछे तो उन्होंने भी कलम रोक ली और कहा कि अजीब नाम है. फिर जब जापान शर्मा ने अपने सभी भाइयों के नाम बताए तो डीएसपी भी हंसने लगे.
इनके नाम की कहानी जो भी सुनता है, एक बार चौंक ही जाता है. कहते हैं कि नाम से ही इंसान की पहचान है और इन भाइयों का नाम इनको एक अलग पहचान देता है. इनके नाम की चर्चा पूरे इलाके में है. इन दिनों रूस और यूक्रेन युद्ध के शुरू होने के बाद, इनके नाम और ज्यादा चर्चा में आ गए हैं.