एसिड अटैक सर्वाइवर भी होंगी अपने पैरों पर खड़ा, चलाएंगी नोएडा स्टेडियम में हैंगआउट कैफे 

अटैक सरवाइवर की मदद करने वाली संस्था छांव फाउंडेशन का कहना है कि इस कोशिश से सभी सर्वाइवर को उनके पैरों पर खड़ा करवाया जाएगा. उन्हें समाज में बराबरी दिलाई जाएगी.

एसिड अटैक सर्वाइवर
मनीष चौरसिया
  • नोएडा ,
  • 17 मई 2022,
  • अपडेटेड 11:31 PM IST
  • हम समाज का मजबूत स्तंभ बनकर दिखाएंगे
  • सभी सर्वाइवर होंगी अपने पैरों पर खड़ीं

अब नोएडा में भी एसिड अटैक सर्वाइवर का कैफै होगा. नोएडा अथॉरिटी की मदद से एसिड अटैक सरवाइवर्स को मंगलवार को नोएडा स्टेडियम में हैंगआउट कैफे के लिए जगह मिल गई है. शुरुआती तौर पर इस तरह के दो कैफे खोले गए हैं. कैफे पूरी तरह से एसिड अटैक सर्वाइवर चलाएंगे. इस कैफे को चलाने वाली सर्वाइवर की कहानी तो दुखद है लेकिन उनका जज्बा गज़ब का है.

एसिड अटैक सर्वाइवर रितू कहती हैं कि इस तरह के कैफे के जरिए हम लोग अपने पैरों पर खड़े होते हैं, घर से बाहर निकलते हैं. यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जिन्होंने गुस्से में आकर हमारे चेहरे पर इसलिए एसिड डाल दिया था कि हम कभी किसी को मुंह न दिखा पाए और अपने घर से बाहर न निकलें. इस कैफे के जरिए हम कमा रहे हैं और अपने घर वालों की मदद कर रहे हैं.

परिवार चलाने में अब कर रहे हैं मदद

एसिड अटैक सर्वाइवर रूपा का कहना है कि इस कैफे के मायने हमारे लिए इस तरह समझें कि यह हमें डिसीजन मेकर की भूमिका देता है. पहले जब हम सिर्फ एसिड अटैक सर्वाइवर थे तब कोई काम नहीं करते थे, घर में ही रहते थे. तब घर की किसी भी चीज में हमसे हमारी राय नहीं पूछी जाती थी. लेकिन अब ऐसे कैफे के जरिए हम अपने पैरों पर खड़े हो पा रहे हैं, परिवार चलाने में फाइनेंशियली मदद कर रहे हैं. अब परिवार में कोई भी काम शुरू होता है तो पहले हमसे भी पूछा जाता है और सलाह ली जाती है. बता दें, रूपा पर उनकी सौतेली मां ने एसिड फेंक दिया था.

हम समाज का मजबूत स्तंभ बनकर दिखाएंगे

एसिट अटैक सर्वाइवर अंशु राजपूत पर एक 55 साल के बुजुर्ग ने ऐसिड डाल दिया था. उनपर यह हमला एकतरफा प्यार में हुआ था. अंशु कहती हैं, "शुरू में तो लगा जैसे जीने का क्या फायदा? घर से निकलना मुश्किल हो गया था, लेकिन फिर हम शीरोज कैफे से जुड़े. पहले कई लोग हमसे बात करने से बचते थे, मिलने से बचते थे, लेकिन अब धीरे-धीरे जब से हमने काम करना शुरू किया है लोगों ने भी हमें स्वीकार करना शुरू कर दिया है. इस कैफे के जरिए हम भी समाज का एक मजबूत स्तंभ बनकर दिखाएंगे.

सभी सर्वाइवर होंगी अपने पैरों पर खड़ीं

एसिड अटैक सर्वाइवर की मदद करने वाली संस्था छांव फाउंडेशन का कहना है कि हमारी कोशिश है कि हम सभी सर्वाइवर को उनके पैरों पर खड़ा कर पाएं. हम लगातार समाज में उनको बराबरी दिलाने के लिए प्रयासरत हैं.

वहीं इसपर नोएडा अथॉरिटी की सीईओ, ऋतु महेश्वरी कहती हैं, "ये नोएडा अथॉरिटी का एक छोटा सा प्रयास है. हमने आज एसिड अटैक सर्वाइवर को जगह मुहैया करवाई है. फिलहाल यहां चार सर्वाइवर को काम मिलेगा. आगे अगर इन्हें और जगह की जरूरत होगी तो उसके लिए भी कोशिश की जाएगाी.
 
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