गुरुवार शाम को केरल के कैलीकट हवाई अड्डे से एक विशेष एयर इंडिया एक्सप्रेस हज फ्लाइट ने जेद्दा के लिए उड़ान भरी. और यह फ्लाइट ऐतिहासिक है क्योंकि इस फ्लाइट में क्रू और यात्री, दोनों में सिर्फ महिलाएं शामिल हैं. ग्राउंड ऑपरेशन्स से लेकर कॉकपिट और केबिन तक, सभी जगह महिला क्रू मेंबर्स हैं औ फ्लाइट में 145 महिला तीर्थयात्री है.
मंत्री जॉन बारला थे मौजूद
अल्पसंख्यक मामलों के कनिष्ठ मंत्री जॉन बारला इस फ्लाइट, IX 3025 को विदा करने के लिए हवाईअड्डे पर थे. इस साल दक्षिणी राज्य से गैर-महरम श्रेणी में यह पहली विशेष हज यात्रा थी, जिसमें 45 की उम्र से ऊपर की महिलाओं को यात्रा करने की अनुमति थी. ये महिलाएं समूहों में यात्रा कर रही हैं और कोई भी पुरुष उनके साथ नहीं है.
145 यात्रियों में सबसे बुजुर्ग, 76 वर्षीय कोझिकोड निवासी सुलेखा ने खुद मंत्री बारला से अपना बोर्डिंग पास लिया. बारला ने सभी महिलाओं की उड़ान को "सशक्तिकरण में मील का पत्थर" करार दिया.
उन्होंने संभाला फ्लाइट का संचालन
कैप्टन कनिका मेहरा और फर्स्ट ऑफिसर, गरिमा पासी ने फ्लाइट का संचालन किया, केबिन में बिजिता एमबी, श्रीलक्ष्मी, सुषमा शर्मा और शुभांगी बिस्वास ने सहायता की. एयर इंडिया एक्सप्रेस की महिला प्रोफेशनल्स ने शाम 6.45 बजे उड़ान भरने से पहले सभी महत्वपूर्ण सुरक्षा और अन्य ग्राउंड ऑपरेशन किए.
सरिता सालुंखे ने एयरलाइन के संचालन नियंत्रण केंद्र में उड़ान की निगरानी की, जबकि मृदुला कपाड़िया ने इसकी प्रोग्रेस पर नज़र रखी. लीना शर्मा और निकिता जवांजल ने फ्लाइट डिस्पैच संभाला। निशा रामचंद्रन विमान के रखरखाव के लिए जिम्मेदार ऑन-ड्यूटी सर्विस इंजीनियर थीं, और रंजू आर ने लोड शीट को सत्यापित और हस्ताक्षरित किया.
अधिकारियों का कहना है कि लोकल समय के हिसाब से जेद्दा एयरपोर्ट पर रात 10:45 पर पहुंची.