उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के सैद नगली थाना क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने स्थानीय समाज में सनसनी मचा दी है. करीब 26 वर्षीय शबनम, जिनके तीन बेटियां हैं, ने अपने पहले पति से तलाक लेकर अब अपने घर के ही मोहल्ले के एक कक्षा 12 के छात्र से शादी कर ली है. इस नए रिश्ते में शबनम ने अपना नाम बदलकर शिवानी रख लिया है, और पति के रूप में अब शिवा का चयन किया है. दोनों ने बताया कि शादी उन्होंने पूरी अपनी मर्जी से की है और दोनों इस फैसले से बेहद खुश हैं.
शादी का इतिहास और बदलाव
शबनम की पहली शादी लगभग आठ साल पहले सैद नगली नगर पंचायत के एक मोहल्ले में हुई थी. उस समय उनका पति भी मोहल्ले का निवासी था. शादी के कुछ महीनों बाद ही घरेलू विवाद और आर्थिक परेशानियों के चलते उनके बीच दूरी आ गई. एक साल पहले, जब उनका पहला पति सड़क हादसे में घायल हो गया था, तो शारीरिक रूप से कमजोर हो जाने के कारण वह अब पहले की तरह परिवार का साथ नहीं दे पा रहा था. इसी स्थिति में शबनम के बीच धीरे-धीरे रिश्ते में नई जान आ गई.
आज, स्थानीय लोगों की मौजूदगी में और पंचायत की सहमति से, शबनम ने अपने पुराने रिश्ते को पीछे छोड़ कर अपने नए जीवन की शुरुआत कर दी है. शबनम, अब जिनका नाम शिवानी रखा गया है, ने बताया कि उन्होंने अपने फैसले में कोई दबाव नहीं झेला बल्कि यह पूरा निर्णय उनकी मर्ज़ी और सोच-विचार के बाद लिया गया.
पंचायत का हस्तक्षेप और सामाजिक प्रतिक्रिया
सैद नगली की पंचायत ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि महिला को अपनी मर्जी से रहने का पूरा अधिकार है. पंचायत में उपस्थिति में स्थानीय लोगों ने इस निर्णय को सराहा. पंचायत ने यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपने फैसले से संतुष्ट है, तो समाज को उसकी आलोचना करने का अधिकार नहीं होना चाहिए.
इस फैसले में स्थानीय समाज के बुजुर्गों और पंचायत सदस्यों ने भी अपनी राय दी. कुछ लोग ने कहा कि शबनम ने अपने बच्चों के हित में यह क़दम उठाया है क्योंकि अब उनका पति अपनी बीमारी और आर्थिक परेशानियों के कारण परिवार का सही सहारा नहीं बन पा रहा था. वहीं कुछ लोगों का मानना था कि यह मामला सामाजिक नियमों और रीति-रिवाजों से परे है, और महिला के पास अपने जीवन का निर्णय खुद लेने का पूरा अधिकार होना चाहिए.
शादी में विवाद और कानूनी स्थिति
शरीरिक और मानसिक उत्पीड़न के आरोपों से ग्रस्त पहले शादी के बाद, शबनम ने तलाक लेकर अपनी आज़ादी का फैसला किया था. हाल ही में हुए नए विवाह में लोकल पंचायत ने दोनों पक्षों की सहमति और मर्जी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय सुनाया. शबनम का कथन है कि वे पहले से ही अपने बच्चे (तीन बेटियां) को अपने पहले पति के पास छोड़ चुकी हैं और अब नए पति शिवा के साथ एक नया जीवन शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
इस संदर्भ में, पुलिस और नगर पंचायत ने भी बताया कि मामले में किसी भी तरह की बाहरी दखलंदाजी नहीं की गई है. दोनों पक्षों ने पुष्टि की है कि शादी वैचारिक रूप से अपने-अपने परिवार की सहमति और स्थानीय परंपरा के अनुसार हुई है.
कई स्थानीय नागरिकों ने भी इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि शबनम ने अपने बच्चों के हित में सही निर्णय लिया है. अब वह एक नई शुरुआत के साथ अपने जीवन को नया आयाम दे रही हैं. इनके इस कदम से यह भी साबित होता है कि समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार हो रहा है और उन्हें अपने फैसले खुद लेने का पूरा अधिकार मिल रहा है.
अपनी मर्जी से कर रही हैं शादी
शिवानी ने अपने नए जीवन के बारे में बताया, “मैं अपनी मर्जी से शादी कर रही हूं मैं खुश हूं और मेरा पूरा विश्वास है कि मेरे इस फैसले से मेरे बच्चों का भविष्य भी संवार जाएगा. मैं अब अपने लिए और अपने बच्चों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आऊंगी.”
(रिपोर्ट- बी एस आर्य)