बैंकॉक में 13000 फीट की ऊंचाई से फहराया कुंभ का झंडा, पहले भी कमाल दिखा चुकी हैं प्रयागराज की अनामिका

बैंकाक के आसमान में अनामिका ने दिव्य- कुंभ भव्य- कुंभ का झंडा लेकर जैसे ही छलांग लगाया, प्रयागराज सहित विश्व के कोने-कोने में बसे भारतीयों का माथा गर्व से ऊँचा हो गया.

Anamika Sharma
gnttv.com
  • प्रयागराज,
  • 10 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 6:36 PM IST

महाकुंभ की तैयारी के बीच ही प्रयागराज की अनामिका शर्मा ने महाकुंभ के झंडे को आकाश में लहरा कर दुनिया को महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया है. 8 जनवरी 2025 को बैंकॉक के आसमान में 13000 फीट की ऊंचाई पर दिव्य- कुंभ-भव्य-कुंभ का आधिकारिक झंडा लेकर अनामिका शर्मा ने छलांग लगाई.

144 साल बाद अद्वितीय मुहूर्त और शुभ ग्रहीय ज्योतिषीय संयोग के इस महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी और उत्तर प्रदेश के तेजस्वी मुखिया योगी जी ने अपनी आस्था का जो अद्वितीय परिचय दिया है और व्यवस्थाओं को खुले हृदय से आर्थिक सहयोग किया है उसमें प्रयागराज की ही बेटी अनामिका शर्मा ने चार चांद लगा दिया है. आज बैंकाक के आसमान में अनामिका ने दिव्य- कुंभ भव्य- कुंभ का झंडा लेकर जैसे ही छलांग लगाया, प्रयागराज सहित विश्व के कोने-कोने में बसे भारतीयों का माथा गर्व से ऊँचा हो गया. अनामिका शर्मा को बधाईयों का तांता लग गया. लोगों ने अनामिका को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं और अपना हार्दिक आभार भी व्यक्त किया है.

पहले भी लगा चुकी हैं 13000 फीट की ऊंचाई से छलांग
अनामिका ने इससे पहले 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को स्मरणीय बनाने के लिए "जय श्रीराम" एवं श्री राम मंदिर के ध्वज के साथ भी 13000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी. यह छलांग भी अनामिका ने बैंकॉक में ही लगाई थी. अपने देश में इन सुविधाओं का भाव का अभाव होने के कारण अनामिका को अपने अभ्यास के लिए रूस, दुबई और बैंकॉक जाना पड़ता है.

भारत की बेटी होने पर गर्व
अनामिका ने ऐसे प्रदर्शन कर अपनी संस्कृति के प्रति निष्ठा का अद्वितीय परिचय दिया है. दूरभाष पर हुई वार्ता में अनामिका ने बताया कि मैंने जब भी आसमान में उड़ान भरी और ऊंचाई से छलांग लगाई तो यह भाव हमेशा जागृत रहा कि "मेरा भारत महान". महाकुंभ- 2025 के लिए अनामिका के इस अद्वितीय योगदान के बारे में पूछने पर अनामिका ने कहा कि "हमारी परंपरा रही है कि जब भी विश्व कल्याण के लिए कोई आयोजन होता है तब भारत के सभी प्राणी यहां तक की गिलहरी भी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करते हैं, मैं तो फिर भी गर्व से कहती हूं कि मैं भारत की बेटी हूं". महाकुंभ-2025 तो विश्व का सबसे बड़ा मानव कल्याण का आयोजन है.

क्या कहा अनामिका ने?
अनामिका ने महाकुंभ के बारे में बताते हुए कहा कि यह आयोजन भारत की शास्त्रार्थ परंपरा का ही बृहद रूप है. ऋषियों, मुनियों, तपस्वीजनों, धर्माचार्यों आदि के संगम नगरी में प्रवास करने से ही संपूर्ण परिवेश दिव्य हो जाता है. शास्त्रों की चर्चा, परंपराओं का मूल्यांकन और उनमें समय अनुकूल परिवर्तन का सुझाव ऋषियों मुनियों से प्राप्त होता है. "वसुधैव कुटुंबकम" का साक्षात प्रदर्शन भी यहां हो जाता है. "सर्वे भवंतु सुखिन, सर्वे संतु निरामया" की धुन यहां के कण- कण में व्याप्त रहती है. मानव जीवन के विविध रंगों का साक्षात्कार कुंभ में हो जाता है.

अपनी इस छलांग के बारे में पूछने पर अनामिका शर्मा ने बताया कि मैं अपनी संस्कृति और अपने शहर की सेवा जिस किसी भी रूप में कर सकती हूं. वह मेरे लिए गौरव का विषय रहेगा और मैं ऐसा करती ही रहूंगी. मुझे गर्व है कि मैं विश्व के प्रथम कुलपति, विमान शास्त्र के रचयिता और प्रयागराज के मूल पुरुष महर्षि भारद्वाज के गुरुकुल के प्रांगण में पली-बढ़ीं.

अनामिका शर्मा ने कहा कि वह बैंकाक से लौटकर प्रयागराज के मेला अधिकारी और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी जी से मिलने की इच्छा रखती हैं. अनामिका की आगामी योजना है कि महाकुंभ की समाप्ति के बाद महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में वह महिला दिवस 8 मार्च 2025 से पहले गंगा-जमुना-सरस्वती के संगम में पानी पर लैंडिंग करने का प्रदर्शन करें. बताते चलें कि अनामिका एक प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर भी हैं.

ज्ञातव्य है कि महाकुंभ- 2025 जो प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 के बीच आयोजित होने वाला है वह विश्व का सबसे बड़ा मानव संगम है. इसकी तैयारी को आसमानी ऊंचाई तक पहुंचाने का जो काम अनामिका शर्मा ने किया है वह उसके साहस और भारतीय संस्कृत के प्रति उसकी निष्ठा का स्पष्ट प्रमाण है. अनामिका शर्मा भारत की सबसे कम उम्र की स्काई C लाइसेंस प्राप्त महिला स्काई ड्राइवर है, अनामिका ने अपने पिता पूर्व वायु सैनिक अजय कुमार शर्मा के प्रोत्साहन से मात्र 10 वर्ष की उम्र में ही अपनी पहली छलांग 13000 फीट की ऊंचाई से लगाई थी. अनामिका 24 साल की हैं और अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूट संगठन (USPA) C लाइसेंस प्राप्त भारतीय महिला स्काई ड्राइविंग प्रशिक्षक हैं. अनामिका विदेशों में एक प्रशिक्षक के रूप में भी अनेक उपलब्धियां बटोर रही हैं. अनामिका शर्मा के पिता श्री अजय कुमार शर्मा ही अपनी बेटी के सबसे बड़े आदर्श हैं.

-पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट

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