असम में बाढ़ के कारण 30 लाख से ज्यादा लोगों को जीवन बेहाल है. इस बीच NDRF, SDRF टीम और भारतीय सेना के जवान लगातार बचाव अभियानों में जुटे हैं. ये सभी खुद की परवाह किए बिना बाढ़ में फंसे लोगों को बचाकर राहत शिविरों तक पहुंचा रहे हैं.
इस बात में कोई संदेह नहीं कि भारतीय सेना हमेशा खुद से पहले दूसरों को रखते हैं. और इस बार भी भारतीय सेना के एक जवान ने इस बात को सही साबित कर दिखाया है. सेना के कैप्टन रूपम दास दिन-रात बचाव अभियान में जुटे हैं. जबकि उनके परिवार के सदस्य बाढ़ से जूझ रहे हैं.
बचाई सैकड़ों लोगों की जान
इस युवा असमिया सेना अधिकारी ने अब तक सौ से ज्यादा लोगों की जान बचाई है. असम में पाठशाला के रहने वाले दास भारतीय सेना में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. वहीं, उनका परिवार बाढ़ से जूझ रहा है. उन्होंने एक बार भी अपनी ड्यूटी छोड़ अपने परिवार के पास जाने की बात नहीं कही.
बता दें कि सेना कुछ दिन पहले असम बचाव अभियान में शामिल हुई है. सेना ने सात जिलों में 4,500 से अधिक लोगों को बचाया है. राज्य के 33 जिलों में 42.28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है. उम्मीद है कि असम को इस आपदा से जल्द राहत मिलेगी.