Badalta Kashmir Rap: कश्मीर की शांत घाटियों में गूंज रही बदलाव की लहर, रसिक और हुमैरा का रैप हो रहा इंटरनेट पर वायरल

आर्थिक तंगी से जूझ रहे शेख को 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद औपचारिक शिक्षा को अलविदा कहना पड़ा. इन चुनौतियों के बीच रैप उनका सहारा बन गया. वहीं गांदरबल की 14 साल की हुमैरा जान के लिए, भारतीय रैप ही मोटिवेशन है.

Rasik Ahmad Sheikh and Humaira Jan
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:14 AM IST
  • बदलते कश्मीर से मिली सफलता 
  • बदलते कश्मीर पर विचार

कश्मीर की शांत घाटियों में, बदलाव की लहर गूंज रही है. इसके लिए युवा रैप का सहारा ले रहे हैं. रैप आर्टिस्ट रसिक एहमद शेख और हुमैरा जान इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे हैं. "बदलता कश्मीर" रैप तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. इसके पीछे के आर्टिटस और कोई नहीं बल्कि यही रसिक अहमद शेख (एमसी रा) और प्रतिभाशाली 14 साल की हुमैरा जान हैं. इस रैप में कश्मीर की बदलती तस्वीर के बारे में बताया गया है. 

सफल होते चले गए रसिक और हुमैरा 

21 साल की उम्र वाले, एमसी रा, जिन्हें रसिक अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है, इस शैली के प्रति अपने प्यार का श्रेय पॉपुलर रैपर रफ्तार को देते हैं. आर्थिक तंगी से जूझ रहे शेख को 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद औपचारिक शिक्षा को अलविदा कहना पड़ा. इन चुनौतियों के बीच रैप उनका सहारा बन गया. वहीं गांदरबल की 14 साल की हुमैरा जान के लिए, भारतीय रैप ही मोटिवेशन है. रैपिंग ने उनका परिचय कविता लिखने और उसे लयबद्ध धुनों के साथ बनाने में मदद की. 

बदलते कश्मीर से मिली सफलता 

तीन मिनट का "बदलता कश्मीर" अब तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रहा है. अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लगभग 15 लाख बार इसे देखा गया है. वीडियो को जीओसी 15 कोर के लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और अभिनेता अनुपम खेर जैसी बड़ी हस्तियों से सपोर्ट मिला है. इससे पता चलता है कि इंटरनेट पर इस रैप को लेकर कितना क्रेज है. 

बदलते कश्मीर पर विचार

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कश्मीर में रहते हुए, एमसी रा जब भी श्रीनगर आते हैं तो बदलते कश्मीर पर विचार करते हैं. चाहे ढांचागत प्रगति हो या स्वतंत्रता और आशा की नई भावना का अनुभव करना हो. उनके मुताबिक कश्मीर एक ऐसी जगह है जहां बेहतर भविष्य की उम्मीद की जा सकती है. 

बदलता कश्मीर की बात करें, तो यह कश्मीर में जी20 सम्मेलन, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं जैसी हालिया घटनाओं को लेकर बात करता है. इसके अलावा, शांति, शासन और विकास के विषयों की पड़ताल करता है. दोनों कलाकारों ने जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है.

रसिक को बंद करनी पड़ी थी अपनी पढ़ाई 

 

पुलवामा और शोपियां के सरकारी स्कूलों में पले-बढ़े शेख के पिता, एक सूफी गायक थे. वे सफाईकर्मी के रूप में काम करते थे, और गुजारा करने के लिए भी उन्हें संघर्ष करना पड़ता था. वित्तीय बोझ के कारण रसिक को अपने परिवार का सपोर्ट करने के लिए 12वीं कक्षा के बाद अपनी पढ़ाई बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा. 

2017 में, एक स्कूल समारोह में, रसिक ने एक रैप गीत गाया. इस रैप का असर ये हुआ कि उनके शिक्षकों ने उन्हें संगीत को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया. औपचारिक ट्रेनिंग और रिकॉर्डिंग की जगहों की कमी के कारण, उन्होंने यूट्यूब से उधार लिए गए लैपटॉप और कॉपीराइट-फ्री बीट्स का उपयोग करके म्यूजिक प्रोडक्शन का काम शुरू किया.

वर्तमान में एक लैपटॉप स्टोर पर काम के लिए श्रीनगर आते-जाते रसिक अपने परिवार, जिसमें आठ सदस्य हैं, का भरण-पोषण करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. वह अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के बाद पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं. 

कैसे बनाना शुरू किया बदलता कश्मीर?

पिछले गानों के लिए लोकप्रियता हासिल करने के बाद, एमसी रा ने एक महिला कलाकार के साथ कॉलाबोरेशन का सोचा. उन्होंने अपना पहला इंडिपेंडेंट प्रोजेक्ट "बदलता कश्मीर" बनाना शुरू किया. तभी उन्हें हुमैरा जान के बारे में पता चला. 

सामाजिक प्रतिक्रिया के डर से, हुमैरा रैप सर्च में ज्यादा नहीं आती हैं. हालांकि, कश्मीर में स्वतंत्र रूप से रैप करने वाली इस लड़की को लोगों के नेगेटिव कमेंट का सामना करना पड़ता है. लेकिन परिवार का साथ होने की वजह से हुमैरा आगे बढ़ती जा रही हैं. 


 

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