Online Shopping Scams: ऑनलाइन शॉपिंग करने की है आदत तो इन टिप्स पर दें ध्यान, कर पाएंगे सुरक्षित खरीददारी

ऑनलाइन शॉपिंग में लोग अक्सर घोटालों का शिकार हो रहे हैं. आए दिन ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े किसी स्कैम की घटना सामने आती है. लेकिन आज के समय में जब ऑनलाइन शॉपिंग जरूरत बन गई है तो लोगों को कुछ चीजों के प्रति जागरूक और सावधान रहने की जरूरत है.

Online Shopping Scams
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 09 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 9:29 AM IST

ऑनलाइन शॉपिंग ने लोगों के सामान खरीदने के तरीके और अनुभव को बिल्कुल बदल दिया है. बस एक क्लिक में आप कुछ भी खरीद सकते हैं. खासतौर पर जो लोग बहुत ज्यादा बिजी रहते हैं और जिनके पास मार्केट जाने का टाइम नहीं रहता है, उन लोगों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग सबसे बड़ी सुविधा है. लेकिन यही आरामदायक सुविधा खतरा बन जाती है जब ग्राहक स्कैम्स का शिकार हो जाते हैं. जी हां, ऑनलाइन शॉपिंग से जुड़े बहुत से स्कैम्स की खबरें आए दिन छप रही हैं. 

ऐसे में, एक सुरक्षित और सुखद ऑनलाइन शॉपिंग अनुभव के लिए इन घोटालों को समझना और खुद को सुरक्षित रखने का तरीका जानना महत्वपूर्ण है. ऑनलाइन शॉपिंग घोटालों में धोखाधड़ी वाली स्कीम्स शामिल होती हैं जहां घोटालेबाज उपभोक्ताओं को ऐसी वस्तुओं या सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए धोखा देते हैं जो कभी उन तक पहुंचती ही नहीं है या वे नकली या घटिया वस्तुएं डिलीवर करते हैं. 

ये घोटाले नकली वेबसाइटों, भ्रामक विज्ञापनों, फ़िशिंग ईमेल और यहां तक ​​कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से भी हो सकते हैं. इन घोटालों का लक्ष्य बिना सोचे-समझे पीड़ितों से पैसा, उनकी व्यक्तिगत जानकारी या दोनों चुराना है. 

ऑनलाइन शॉपिंग धोखाधड़ी के लिए स्कैमर्स करते हैं इन तरीकों का इस्तेमाल

नकली वेबसाइटें 
स्कैमर्स ऐसी वेबसाइटें बनाते हैं जो प्रोफेशनल-लुकिंग डिज़ाइन और आकर्षक ऑफ़र के साथ किसी वैध ऑनलाइन स्टोर के जैसी ही दिखती है. इन साइटों में अक्सर ऐसे यूआरएल होते हैं जो काफी हद तक जाने-माने ब्रांडों से मिलते-जुलते हैं, जिससे ग्राहक यह सोचकर भ्रमित हो जाते हैं कि वे किसी प्रतिष्ठित साइट पर खरीदारी कर रहे हैं. 

फ़िशिंग ईमेल 
फ़िशिंग ईमेल ऐसे डिज़ाइन किए जाते हैं जैसे कि वे विश्वसनीय रिटलर्स से आए हों. उनमें अक्सर नकली वेबसाइटों या अटैचमेंट्स के लिंक होते हैं, जिन पर क्लिक करने पर, आपके डिवाइस पर मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है. ये ईमेल किसी ऑर्डर की पुष्टि करने या डिलीवरी समस्या को हल करने की आड़ में व्यक्तिगत जानकारी भी मांग सकते हैं. 

सोशल मीडिया घोटाले 
घोटालेबाज नकली उत्पादों का विज्ञापन करने या ऐसे ऑफर पेश करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं जो लोगों को आकर्षित करते हैं. घोटालेबाज लोगों को भरोसा दिलाने के लिए चोरी की गई तस्वीरों और नकली रिव्यूज का उपयोग करते हैं. इन विज्ञापनों पर क्लिक करने से आप धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों पर जा सकते हैं या आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी हो सकती है. 

नकली सामान 
कुछ घोटालेबाज नकली सामान बेचते हैं जो दिखने में प्रतिष्ठित ब्रांडों के प्रतीत होते हैं लेकिन वास्तव में घटिया उत्पाद होते हैं. इन वस्तुओं में इलेक्ट्रॉनिक्स और कपड़ों से लेकर सौंदर्य उत्पाद और सहायक उपकरण तक शामिल हो सकते हैं. 

ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम में चेतावनी संकेत 

  • अनरियलिस्टिक कीमतें: कई बार किसी ऑफर को देखकर दिमाग में आता है कि यह सच नहीं हो सकता है, तो आपका सोचना बहुत बार बिल्कुल सही हो सकता है. हाई-डिमांड वाली चीजों का बहुत कम दाम होने का मतलब है रैड फ्लैग. आपको इस तरह के स्कैम से बचना चाहिए. 
  • ख़राब वेबसाइट डिज़ाइन: ख़राब डिज़ाइन वाली वेबसाइट के संकेतों देखें, जैसे फोटोज की खराब क्वालिटी, भाषा में ग्रामर की गलतियां और अधूरे प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन आदि. वैध रिटेलर प्रोफेशनल वेब डिज़ाइन और कंटेंट में निवेश करते हैं.
  • संपर्क जानकारी न होना: प्रतिष्ठित ऑनलाइन स्टोर्स फिजिकल एड्रेस और ग्राहक सेवा फोन नंबर सहित स्पष्ट संपर्क जानकारी देते हैं. उन साइटों से सावधान रहें जो सिर्फ कॉन्टेक्ट फॉर्म या ईमेल पता देती हैं.  
  • संदिग्ध पेमेंट मेथड: स्कैमर्स अक्सर वायर ट्रांसफ़र, गिफ्ट कार्ड या क्रिप्टोकरेंसी जैसे अज्ञात तरीकों से भुगतान मांगते हैं. क्रेडिट कार्ड और पेपल जैसी सुरक्षित पेमेंट तरीकों पर टिके रहें, जो खरीदार को सुरक्षा प्रदान करते हैं.

ऑनलाइन शॉपिंग घोटालों से सुरक्षित रहने के टिप्स 

  • प्रतिष्ठित वेबसाइटों से खरीदारी करें: अपनी ऑनलाइन शॉपिंग के लिए प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित वेबसाइटों पर निर्भर रहें. अगर आप किसी नए रिटेलर पर विचार कर रहे हैं, तो कुछ रिसर्च करके पता करें कि वेबसाइट वैलिड है.
  • वेबसाइट सिक्टोरिटी वेरिफाई करें: अपनी पेमेंट इंफर्मेशन दर्ज करने से पहले, सुनिश्चित करें कि वेबसाइट सुरक्षित है. URL की शुरुआत में "https://" और ब्राउज़र एड्रेस बार में एक पैडलॉक आइकन देखें. 
  • रिव्यूज और रेटिंग पढ़ें: प्रोडक्ट और सेलर दोनों के लिए कस्टमर रिव्यूज और रेटिंग जांचें. बहुत ज्यादा सकारात्मक या नकली लगने वाले रिव्यूज से सावधान रहें. 
  • सिक्योर पेमेंट मेथड का यूज करें: हमेशा क्रेडिट कार्ड या पेपल जैसे सिक्योर्ड पेमेंट मेथड का यूज करें. ये मेथड प्रोटेक्शन की एडिशनल लेयर आपको देते हैं और कुछ गलत होने पर आरोपों पर आप आपना मामला उठा सकते हैं. 
  • अनचाहे ऑफर्स से सावधान रहें: अविश्वसनीय ऑफर्स की पेशकश करने वाले अनचाहे ईमेल, संदेशों या विज्ञापनों से सावधान रहें. अज्ञात स्रोतों से लिंक पर क्लिक करने या अटैचमेंट डाउनलोड करने से बचें. 
  • अपने अकाउंट्स की निगरानी करें: किसी भी अनऑथराइज्ड चार्ज के लिए अपने बैंक और क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को रेगुलर मॉनिटर करें. किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत अपने बैंक को दें. 
  • अपने सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर को अपडेट करें: सुनिश्चित करें कि आपके कंप्यूटर और मोबाइल डिवाइसेज में मैलवेयर और फ़िशिंग अटैक से बचाने के लिए अप-टू-डेट सॉफ़्टवेयर हैं. 
  • स्वयं को शिक्षित करें: लेटेस्ट ऑनलाइन शॉपिंग घोटालों और घोटालेबाजों की स्कीम्स के बारे में सूचित रहें. जागरूकता आपकी सुरक्षा की पहली जरूरत है.

 

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