किसी ने गुस्से में अपना घर छोड़ा, तो किसी ने समाज के ताने सुन उनसे मुंह मोड़ा. कोई ऐसी भी थी जिन्हें कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते पढ़ाई छोड़ परिवार का पेट पालना पड़ा, तो कई ऐसी भी जो कई बार ऑडिशन देने के बाद बाहर हो गई लेकिन फिर भी हिम्मत नहीं हारी और मिस राजस्थान बनने का सपना पूरा किया. कुछ ऐसा ही संघर्ष भरा सफर रहा है स्टेट लेवल ब्यूटी पेजेंट 'मिस राजस्थान-2023' की उन 7 मॉडल्स का जिन्होंने 5500 लड़कियों में से निकलकर अपने सिर पर ताज पहना. हालांकि मिस राजस्थान की विनर जरूर वैष्णवी शर्मा रहीं लेकिन बाकि 6 रनरअप का मिस राजस्थान तक पहुंचने का सफर भी कुछ आसान नहीं था.
मिस राजस्थान 2023 की विजेता वैष्णवी शर्मा के लिए यह खिताब किसी सपने से कम नहीं है. वैष्णवी ने बताया कि बेटा-बेटी में कोई अंतर नहीं होना चाहिए सभी एक हैं, कोई किसी से कम नहीं है. यही वजह है कि आज मेरे सपनों को पूरा करने के लिए परिजनों ने प्रेरित किया जो सही साबित हुआ. ब्यूटी पेजेंट के रैंप पर पड़ने वाला एक-एक कदम अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में आगे ले जाता है, लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
3 सालों से मिस राजस्थान के ऑडिशन देते-देते थक चुकी आकांक्षा चौधरी ने आखिरकार हिम्मत जुटाई और चौथी बार में सीधे फर्स्ट रनरअप का टाइटल अपने नाम किया. आकांक्षा बताती हैं कि इस पेजेंट के लिए हर दिन रोई और खूब आंसू बहाए लेकिन जब ग्रांड फिनाले में मंच पर थी तो खुद को अपने सवालों के जवाब दे रही थी. क्योंकि इतना बड़ा बदलाव लाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी. सैकेंड रनरअप ओर्जला को विनर नहीं बनने की कसक बिल्कुल भी नहीं है, वो बताती हैं कि मिस राजस्थान में बाहरी खूबसूरती की नहीं बल्कि अंदर से खूबसूरत इंसान बनने की ट्रेनिंग मिली जो उन्हे एक अलग इंसान बनाती है. अब मुझे लग रहा है कि मैं भी एक बेहतर इंसान बनकर यहां से निकली हूं.
वहीं गांव-ढाणी की पगडंडियों से निकल कर रैंप पर वॉक करने वाली थर्ड रनरअप दीक्षा यादव का संघर्ष भी कम नहीं है. वो बताती हैं कि मैं उस ग्रामीण परिवेश से आई हूं, जहां मॉडलिंग को गलत नजर से देखा जाता है. लेकिन मॉडलिंग का उनका सपना था. पैसे के अभाव में पढ़ाई छूट गई और फिर पापा के सड़क हादसे में घायल होने के बाद परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ी. छोटे बहन-भाई को पढ़ाने के लिए जॉब कर रही हूं और मॉडलिंग में अपना करियर बनानी की ठानी है. परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने से यहां तक पहुंचने के लिए बहुत स्ट्रगल रहा. लेकिन अब 5500 लड़कियों में से थर्ड रनरअप आकर आगे देश का नाम रोशन करने का सपना है.
इधर फोर्थ रनरअप का ख़िताब अपने नाम करने वाली पल्लवी जोशी के रिलेटिव्स मॉडलिंग से खुश नहीं थे लेकिन उन्होंने रैंप पर वॉक कर उन्हें गलत साबित किया. हालांकि की परिवार का सपोर्ट रहा लेकिन वो पढ़ाई पर फोकस कर फैशन को अलग से फॉलो करने पर जोर देते रहे. इसके आलावा 5th रनरअप आस्था चौधरी परिवार से लड़कर मिस राजस्थान में ऑडिशन देने पहुंची. जिसके बाद परिवार वाले बेहद गुस्सा हो गए लेकिन अब जब सिर पर क्राउन है तो उस गुस्से पर घरवालों को प्यार आ रहा है. परिवार का नजरिया भी सब धीरे-धीरे बदलने लगा है.
वही पिछले साल ऑडिशन में वजन ज्यादा होने से सिलेक्ट नहीं होने वाली सेजल शर्मा मिस राजस्थान 2023 में सिक्थ रनरअप रही. वो बताती है कि पिछले साल जब सिलेक्शन नहीं हुआ तो इस किताब को पाने के लिए कड़ी मेहनत की और अपना 24 किलो वजन कम किया. आज परिणाम सामने है और फैमिली भी प्राउड फील कर रही है. इन सभी का सपना है की कोई बॉलीवुड में अभिनय करें तो कोई मॉडलिंग के जरिए अपने पसंदीदा एक्टर्स के साथ सॉन्ग लेकिन सबसे बड़ी बात सभी मॉडल्स ने कई कुप्रथाओं को छोड़ बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.