खेल खेल में बच्चों को अंग्रेजी पढ़ा रहा बिहार का ये टीचर, सोशल मीडिया पर खूब बटोरीं सुर्खियां

अंग्रेजी के शिक्षक का नाम बैद्यनाथ रजक है. बैद्यनाथ छात्र - छात्राओं को एक कार्ड बोर्ड पर अंग्रेजी का वाक्य लिख कर हिंदी में पढ़ाते हैं. बच्चे ब्लैक बोर्ड के पास खड़ें हैं और उनके हाथों में वाक्य का ट्रांसलेट किया हुआ एक-एक अक्षर है.

Teacher
gnttv.com
  • समस्तीपुर,
  • 26 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:04 PM IST
  • लोगों ने की जमकर तारीफ
  • खेल के साथ बच्चों को सिखा रहे अंग्रेजी

एक ओर जहां नालंदा के सोनू सरकारी स्कूल में अंग्रेजी की पढ़ाई नहीं होने की बात कर रहा है वही इसके उलट समस्तीपुर में एक शिक्षक का खेल-खेल में कार्टून के जरिए अंग्रेजी पढ़ाने का वीडियो सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहा है. ये वही शिक्षक है जिनका लू से बचने के लिए दिल को छू लेने वाला वीडियो वायरल हुआ था. इस बार वायरल वीडियो में अंग्रेजी की पढ़ाई खेल खेल में कार्टून और पेंटिंग के जरिए बच्चों को कराते नजर आ रहे हैं. टीचर का हिंदी में लिखे वाक्य को अंग्रेजी में कैसे करना है ये बड़ी असानी से सिखाते हैं. ब्लैक बोर्ड पर हिंदी में एक वाक्य लिखा है और छात्र नीचे उसे अंग्रेजी में ट्रांसलेट करके हाथों में प्ला कार्ड लिए खड़ें हैं. ब्लैक बोर्ड पर हिंदी में लिखे वाक्यों को अंग्रेजी में समझाने के लिए पेपर पर अंग्रेजी वर्ड और कार्टून का सहारा लिया जाता है.

लोगों ने की जमकर तारीफ
यह कहानी है समस्तीपुर जिले के हसनपुर प्रखंड स्थित मालदह प्राथमिक कन्या विद्यालय की और इनके अंग्रेजी के शिक्षक का नाम बैद्यनाथ रजक है. बैद्यनाथ छात्र - छात्राओं को एक कार्ड बोर्ड पर अंग्रेजी का वाक्य लिख कर हिंदी में पढ़ाते हैं. बच्चे ब्लैक बोर्ड के पास खड़ें हैं और उनके हाथों में वाक्य का ट्रांसलेट किया हुआ एक-एक अक्षर है. टीचर ऐसे ही बारी बारी से पूरे वाक्य को पूरा करवाते हैं. टीचर का कहना है कि इस अंदाज में पढ़ाने से बच्चों के दिमाग मे पढ़ाई बेहतर तरीके से बैठ जाती है. हम इस माध्यम से व्यवहारिक रूप से ज्ञान देने का प्रयास कर रहे है. इससे पूर्व भी गाना के माध्यम से छात्र को जागरूक कर चुके है. लेकिन इस बार इनके अनोखे अंदाज में पढ़ाने की जमकर तारीफ हो रही है. कुल मिलाकर कर देखा जाए तो शिक्षक का ये अंदाज अद्भुत है जो गाना और खेल खेल के जरिए छात्रों को उनके पढ़ाई का मोल समझाने में कामयाब हो रहे है.

(समस्तीपुर से जहांगीर आलम की रिपोर्ट)

 

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