शहद अपनी मिठास के लिए जाना जाता है. स्वास्थ्य के लिए सचेत लोग कई मीठी डिशेज और चाय में चीनी की जगह शहद डालते हैं. डॉक्टर और फिटनेस एक्सपर्ट भी व्हाइट शुगर की जगह शहद का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. लेकिन क्या आपने ऐसा शहद टेस्ट किया है जिसमें मिठास नहीं होती? जी हां, ऐसा शहद दुनिया में मौजूद है. मिठास की पहचान माना जाने वाला शहद मीठा ही नहीं कड़वा भी होता है. ऐसा ही एक शहद है कॉर्बेजेलो शहद, जो स्वाद में मीठा नहीं बल्कि कड़वा होता है.
इटली में फेमस सार्डीनियन शहद (Sardinian Honey) जिसे कॉर्बेजेलो शहद (Corbezzolo Honey) के नाम से भी जाना जाता है, वो आम शहद की तरह मीठा नहीं बल्कि कड़वा होता है. ये शहद मुख्य रूप से इटली के सार्डीनिया टापू (Sardinia Island) पर काफी मात्रा में होता है. इस शहद से की सबसे अनोखी बात ये है कि ये आम शहद की तरह मीठा नहीं बल्कि कड़वा होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि ये शहद सालों पुराना है और इसका उत्पादन आज भी होता है.
कॉर्बेजेलो पौधों के फूल से मिलता है ये शहद
कॉर्बेजेलो पौधों के फूल से मिलने वाले कॉर्बेजेलो शहद को बनाना काफी मुश्किल है. इसे अंग्रेजी में स्ट्रॉबेरी का पौधा कहा जाता है. शरद ऋतु में खिलने वाले कॉर्बेजेलो फूलों को खिलने के लिए एक खास मौसम की जरूरत होती है. ज्यादा बारिश में खिलने वाले ये फूल आकार में बेल की तरह होते हैं, जिससे मधुमक्खियों को इसमें घुसने में काफी दिक्कत होती है. यही वजह है कि उन्हें मधु जुटाने में मुश्किल होती है. एक तरफ जहां इन फूलों को खिलने के लिए ज्यादा बारिश की जरूरत होती है तो वहीं ज्यादा बारिश के कारण मधुमक्खियां अपने छत्ते से निकल कर मधु नहीं जुटा पाती हैं. इन सभी कारणों से ही कॉर्बेजेलो शहद दुनिया के सबसे दुर्लभ शहद में शुमार है और इसे काफी कम मात्रा में बनाया जाता है.
कई स्वास्थ्य समस्याओं में फायदेमंद
ये शहद संजीवनी बूटी की तरह होता है. इसमें स्वास्थ्य के लिए कई फायदेमंद चीजें पायी जाती हैं. इसमें विटामिन, मिनरल होते हैं. इसके साथ ही ये नींद लाने में मदद करता है, खांसी और बलगम जैसी स्वास्थ्य समस्याओं में भी कमाल का असर दिखाता है. हालांकि अभी तक ये नहीं पता लगाया जा सका है कि आखिर ये शहद कड़वा क्यों होता है लेकिन कुछ जानकारों का कहना है कि इसका कड़वापन ग्लाकोसाइड आर्ब्यूटिन नाम के पदार्थ के कारण होता है. इस शहद का स्वाद ऐसा होता है जैसे सिरका, देवदार के पेड़ का रस, चमड़ा और कॉफी के स्वादों को मिला दिया गया हो. ऐसे में लोगों को ये शहद कड़वा लगता है.