होने वाली पत्नी की इच्छा पूरी नहीं करी, तो दुल्हन का फूला मुंह.. जयमाला के समय वरमाला हुई गायब, दूल्हा नशे में टुल.. दुल्हन पक्ष ने तोड़ी शादी

उत्तर प्रदेश के औरेया में एक ऐसा विवाह सामने आया जहां शादी करवाने की पूरी कोशिश हुई लेकिन दूल्हे की हरकतें किसी को बर्दाश्त नहीं हुई. उल्टा दूल्हा पक्ष को रकम देकर बिन दुल्हन के लौटना पड़ा.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 9:38 AM IST

शादी-ब्याह में किसी का नाराज होना एक आम बात है. लेकिन शादी का मुख्य केंद्र दूल्हा-दुल्हन अगर यह दोनों नाराज़ हो जाए, तो मामला गंभीर है. और कई बार को बात यहां तक आ जाती है कि शादी का सारा मंडप धरा का धरा रह जाता है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के औरेया में सामने आया है. जहां दूल्हे की हरकत से दुल्हन पर पारा चढ़ पड़ा. बस फिर क्या था दोनों पक्षों में गर्मागर्मी हो गई और मामला सीधा थाने पहुंच गया.

ड्रेस पर मुंह फुलाया दुल्हन ने
दरअसल इस मामले में दोनों का जब रिश्ता तय हो गया था. तो दुल्हन ने बड़े अरमानों के साथ दूल्हे के सामने एक इच्छा जाहिर की. उसका कहना था कि जब वह उसे लेने आए तो शेरवानी पहन कर आए. लेकिन इस दूल्हे ने एक नहीं मानी और शादी में दुल्हन को नाराज़ कर डाला. 

दूल्हे ने अपने होने वाले जीवनसाथी की इच्छा को बिलकुल अनदेखा किया और शादी में कोर्ट-पैंट पहन कर पहुंच गया. लेकिन जब दुल्हन को इस बात की भनक लगी तो उसका गुस्सा भी लाज़िम था. पहली इच्छा थी उसकी दूल्हे से और उसे ही वह पूरा नहीं कर पाया.

जयमाला के समय लड़खड़ा गए कदम
खैर किसी तरह दुल्हन ने अपने गुस्से को ठंडा किया क्योंकि यह इच्छा केवल उसकी थी. लेकिन जब जयमाला का समय आया तो पता चला कि दूल्हा तो पहले से शराब पीकर बैठा है. बस फिर क्या था कट गया वहां हल्ला. दूल्हा पक्ष के ऊपर कई तरह के सवाल उठने लगे. दूल्हे का किरदार सवालों के कटघरे में आ खड़ा हुआ. खैर किसी तरह लड़के वालों ने मामले को संभाला ही था, कि एक दिक्कत और आ गई. जयमाला के समय दूल्हे के पास वरमाला नहीं थी. 

अब इस जगह पर फिर दूल्हा पक्ष पर लोगों ने आंखें नटेरने शुरू कर दी. लड़के वालों को डर लगने लगा कि दोबारा कहीं बात ना बिगड़ जाए. जिसके बाद आनन फानन में वरमाला का इंतजाम किया गया. लेकिन समय बीत गया था, क्यों दुल्हन अपना मन बदल चुकी थी. और उसने शादी से इंकार कर दिया. जिसके बाद एक बार फिर लड़के वालों ने समझाने की कोशिश की. लेकिन इस बार दुल्हन पक्ष लड़की के साथ खड़े हो गए. और मामला सीधा थाने पहुंच गया.

सुबह तक चला मशवरा
थाने में भी दूल्हा पक्ष ने काफी समझाने की कोशिश की लेकिन 'क्या करे जब चीड़िया चुग गई खेत.' दुल्हन पक्ष बिलकुल भी तैयार नहीं हुआ. और आखिर में दूल्हा पक्ष को दुल्हन वालों को एक रकम चुकाने के बाद जाने दिया गया.

 

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