कैंसर से जूझते हुए इस ब्रिटिश महिला रोवर ने पेश की मिसाल, अटलांटिक क्रॉसिंग पर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

अगर किसी को कैंसर हो तो उन्हें लगने लगता है कि अब उनकी ज़िन्दगी में कुछ नहीं बचा है. इस बीमारी का नाम सुनते ही लोग ज़िंदगी से हताश हो जाते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी महिला की कहानी जो कैंसर जैसी बीमारी के साथ न सिर्फ जी रही हैं बल्कि अपनी ज़िंदगी को पूरी तरह से एन्जॉय भी कर रही हैं. 

(Left to right) Abby Johnston, Charlotte Irving and Kat Cordiner after they shattered the world record for rowing across the Atlantic (Picture: PA)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 26 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 10:46 AM IST
  • कैट ने अपनी दो साथियों संग बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
  • 2019 में कैट को डिटेक्ट हुआ था कैंसर

अगर किसी को कैंसर हो तो उन्हें लगने लगता है कि अब उनकी ज़िन्दगी में कुछ नहीं बचा है. इस बीमारी का नाम सुनते ही लोग ज़िंदगी से हताश हो जाते हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसी महिला की कहानी जो कैंसर जैसी बीमारी के साथ न सिर्फ जी रही हैं बल्कि अपनी ज़िंदगी को पूरी तरह से एन्जॉय भी कर रही हैं. 

और हाल ही में उन्होंने ऐसा कारनामा किया है कि वह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बन गई है. यह कहानी है यूके से कैट कॉर्डिनर की. 42 वर्षीय कैट को सेकेंडरी ओवेरियन कैंसर है. लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी साथी एबी जॉन्सटन और चार्लोट इरविंग के साथ मिलकर अटलांटिक पर रोइंग में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया है. 

इन तीन महिलाओं ने 42 दिनों, सात घंटे और 17 मिनट में 3,000 मील के क्रॉसिंग को पूरा किया है. और तालिस्कर व्हिस्की अटलांटिक चैलेंज में सेट किए गए पिछले रिकॉर्ड से सात दिन से ब्रेक किया है. 

2019 में डिटेक्ट हुआ था कैंसर: 

मार्च 2019 में कैट को सर्वाइकल कैंसर का पता चला था. जब वह अपने एग को हार्वेस्ट कराने जा रही थी ताकि आगे उनके मां बनने की उम्मीद रहे. कैट को हिस्टरेक्टॉमी करवानी पड़ी, लेकिन डॉक्टरों ने उनकी ओवरीज़ को छोड़ दिया क्योंकि वह एग-फ्रीजिंग के लिए ट्राई कर सकें. 

और एग फ्रीजिंग के बाद उनकी ओवेरी निकाली गई. ऑपरेशन के बाद सब ठीक लग रहा था. लेकिन जून 2020 में उन्हें पेट में दर्द होने लगा और उसे तुरंत पता चल गया कि कैंसर वापस आ गया है. शुरू में उन्हें इस बात की चिंता थी कि अगर वह फिर से इलाज के लिए गई तो उनकी और टीम की अटलांटिक रो में हिस्सा लेने की संभावना कम हो जाएगी. 

लेकिन फिर भी अपने दृढ़ संकल्प से वह कैंसर के मुश्किल ट्रीटमेंट और हार्ट सर्जरी के बाद उन्होंने रोइंग करने का फैसला किया. हालांकि जब उन्होंने रोइंग करने का फैसला लिया उससे पहले उनकी ट्रेनिंग छूटी हुई थी पर उन्हें लगा कि वह यह कर सकती हैं. 

पूरी तरह जीना चाहती हैं अपनी ज़िन्दगी: 

कैट का कहना है कि डॉक्टरों ने उनसे कहा है कि उनके पास जीने के लिए कुछ साल ही हैं. इसलिए इन सालों को वह पूरी तरह से जीना चाहती हैं. उनका मानना है कि अब वह ऐसी चीजें नहीं करना चाहती जिनका कोई मतलब नहीं है. 

वह अपनी बची हुई ज़िन्दगी को एडवेंचरस तरीके से जीना चाहती हैं. क्योंकि आज दवाएं इतनी बेहतर हैं कि आप कैंसर के साथ अपना जीवन जी सकते हैं. लोग इलाज पर सालों जीते हैं. 

कैट, एबी और चार्लोट ने अपने चैलेंज में कैंसर रिसर्च यूके, मैकमिलन कैंसर सपोर्ट और द रॉयल मार्सडेन कैंसर चैरिटी के लिए फण्ड भी इकट्ठा किया है. 

 

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