Businessman KP Singh: 91 साल की उम्र में बिजनेसमैन केपी सिंह को हुआ प्यार, खुद रिश्ते का किया खुलासा, जानिए कौन हैं उनकी नई पार्टनर?

Businessman KP Singh fell in love: प्यार में उम्र की कोई सीमा नहीं होती है. ये बात DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन कुशाल पाल सिंह यानी केपी सिंह (KP singh) पर सटीक बैठती है. केपी सिंह 91 साल के हैं और इस उम्र में किसी को दिल दे बैठे हैं. 

kp singh (photo twitter)
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 26 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:15 AM IST
  • केपी सिंह की पत्नी इंदिरा का 2018 में कैंसर के कारण हो गया था निधन
  • केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रइस अरबपतियों में से एक हैं

DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन केपी सिंह को 91 साल की उम्र में फिर से प्यार हो गया है. केपी सिंह की नई लाइफ पार्टनर का नाम शीना है. केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रइस अरबपतियों में से एक हैं. केपी सिंह की पत्नी इंदिरा का 2018 में कैंसर के कारण निधन हो गया था.

पत्नी ने लिया था वायदा 
एक इंटरव्यू में केपी सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी ने निधन से 6 महीने पहले मुझसे वायदा लिया था कि मैं हार नहीं मानूं. मेरे पास आगे बढ़ने के लिए एक नई लाइफ है. उसके ये शब्द मेरे साथ रहे. उन्होंने आगे कहा कि मेरी मैरिज लाइफ बहुत ही शानदार रही. मेरी पत्नी मेरी पार्टनर ही नहीं दोस्त भी थी. उसके जाने के बाद से मेरी लाइफ में एक खालीपन हो गया है. जब आप 65 साल साथ रहने के बाद अपने साथी को खोते हैं, तो उस दुख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. आपकी पूरी लाइफ ही बदल जाती है. पत्नी की मौत के बाद डिप्रेश हो गया था.

खुद को बताया भाग्यशाली
DLF ग्रुप के एमेरिटस चेयरमैन ने अपने नए रिश्ते के बारे में कहा, मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे एक नई पार्टनर मिल गई है. उसका नाम शीना है. वह मेरे जीवन के सबसे अच्छे लोगों में से एक है. वह ऊर्जावान है और मुझे प्रेरित करती है. शीना हर कदम पर मेरा साथ देती है. वह मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और अब वह मेरे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है. 

इतने करोड़ के हैं मालिक
DLF ग्रुप रियल एस्टेट में काम करता है और केपी सिंह रियल एस्टेट के टॉप रइस अरबपतियों में शामिल हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में केपी सिंह 299वें पायदान पर हैं. उनकी नेटवर्थ 7.63 बिलियन डॉलर (करीब 63200 करोड़ रुपए) है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने 1961 में अपने ससुर राघवेंद्र सिंह द्वारा शुरू की गई कंपनी डेल्ही लैंड एंड फाइनेंस यानी डीएलएफ में शामिल होने के लिए सेना की पोस्टिंग छोड़ दी थी. वह पांच दशक से अधिक समय तक कंपनी के चेयरमैन पद पर रहे और जून 2020 में चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया. अब वह डीएलएफ के एमेरिटस चेयरमैन हैं.


 

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