अपराजिता का पौधा अपने खूबसूरत फूलों के लिए जाना जाता है. अपराजिता भगवान विष्णु और शिव का प्रिय फूल है. अपराजिता के पौधे को घर में लगाया जाता है और यह घर की खूबसूरती में चार चांद लगा सकता है. अपराजिता को बटरफ्लाई पी, ब्लू पी और एशियन पिजनविंग्स के नाम से भी जाना जाता है. इसके फूल सुंदर और आकर्षक होते हैं और इनका रंग हल्के नीले से लेकर गहरे बैंगनी तक हो सकता है.
फरवरी में करें ये काम
अगर आपके घर में भी अपराजिता का पौधा लगा है लेकिन सर्दियों की वजह से इसके पत्ते पीले पड़ कर झड़ने लगे हैं तो फरवरी महीने में आपको कुछ काम करने हैं जिससे आने वाले समय में मार्च से लेकर अक्टूबर तक इसमें फूलों की कमी नहीं होगी. इसके अलावा इस समय अपराजिता की कटिंग भी लगाई जा सकती है. कटिंग लगाने के लिए फरवरी का महीना सबसे सही समय होता है.
1. प्रूनिंग- फरवरी महीने में आप अपराजिता के बेल की प्रूनिंग कर सकते हैं. इसके लिए आपको पौधे से सूखी ब्रांच हटानी है. अगर इस समय आप अपने पौधे की प्रूनिंग नहीं करते हैं तो फिर फूल कम आते हैं और नई शाखाएं भी नहीं बनती है. इसलिए कटाई-छटाई समय-समय पर करते रहना चाहिए, जिसमें फरवरी बढ़िया समय है.
2. खाद- आने वाले समय में अपराजिता से ज्यादा फूल लेने के लिए इस फरवरी महीने में उसकी मिट्टी की हल्की गुड़ाई करके खाद देना चाहिए. जिसमें आप पुरानी गोबर की खाद दे सकते हैं. इसके अलावा घर में कंपोस्ट या फिर रसोई घर से निकले हर कचरे से बनी खाद भी दे सकते हैं. अपराजिता के पौधे के लिए चाय पत्ती, कॉफी, सरसों का पाउडर, और राख से बनी खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है. अपराजिता के पौधे में गाय के गोबर के उपले की राख फायदेमंद साबित होता है.
3. मिट्टी और जड़- फरवरी महीने में अपराजिता की मिट्टी भी बदल सकते हैं. अगर गमले में लगाया तो उसकी मिट्टी बदल सकते हैं और जड़ ज्यादा हो गई है तो जड़ों को ट्रिम /छांट सकते हैं. इससे पौधे को नुकसान नहीं होगा. आप चाहें तो नया पौधा भी लगा सकते हैं. हालांकि पौधे का चुनाव सही तरीके से करें. अगर आप नर्सरी से पौधे खरीदने जा रहे हैं तो वो पौधा लें जो छोटा हो.
4. नीम तेल- अपराजिता की पत्तियों को कीटों से बचाने के लिए इस समय नीम तेल या का स्प्रे पत्तियों पर करें. इससे आने वाले समय में पौधे में रोग बीमारी या कीटों का प्रकोप नहीं देखने को मिलेगा. जिससे पौधा हरा भरा भी दिखाई देगा.
5. धूप वाली जगह रखें- अपराजिता में खूब सारे फूल के लिए आप जड़ में सरसों की खली मिला सकते हैं. अपराजिता को ऐसी जगह रखें जहां अच्छी धूप आती हो.
अपराजिता के फायदे
अपराजिता के फूल जितने सुंदर होते हैं, उतने ही इसमें औषधीय गुण मौजूद होते हैं. अपराजिता के नीले रंग के फूल में मासिक धर्म की ऐंठन, शरीर के दर्द, अस्थमा, खांसी या चिंता आदि को कम करने में मददगार होते हैं. आप अपराजिता की चाय पी सकते हैं. अपराजिता के फूलों से बनी चाय डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी होती है. अगर आप अपने डेली इसकी चाय पीते हैं तो चेहरे की झुर्रियां कम हो सकती हैं.