ChatGPT बना मैचमेकर! Tinder पर शख्स को 5,000 लड़कियों का आया मैच, फिर मिला अपना असली प्यार 

लोग बड़े लेवल पर अब डेटिंग ऐप का इस्तेमाल करने लगे हैं. प्यार पाने और पार्टनर को ढूंढने में टिंडर बॉट लोगों की मदद कर रहा है. अब इसी कड़ी में Tinder पर एक शख्स को 5,000 लड़कियों का मैच आया है. इसमें ChatGPT ने काफी मदद की है.

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gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 07 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST
  • टिंडर बॉट से मिला प्यार  
  • 5,000 लड़कियों का आया मैच

ऑनलाइन डेटिंग (Online Dating) का ट्रेंड लगातार बढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं अब इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. लोग प्यार पाने के लिए अब इसी का इस्तेमाल कर रहे हैं. हालांकि, डेटिंग ऐप्स में AI का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है. ChatGPT एक शख्स के लिए  मैचमेकर बनकर सामने आया है. इसका इस्तेमाल करके अलेक्जेंडर जदान (Alexander Zhadan) को  टिंडर पर 5,239 से ज्यादा महिलाओं के मैच आए हैं.  इतना ही बल्कि टिंडर बॉट ने उन्हें उनकी पार्टनर से मिलाने का भी काम किया है. 

टिंडर बॉट से मिला प्यार  

प्यार पाने और पार्टनर को ढूंढने में टिंडर बॉट ने अलेक्जेंडर जदान की काफी मदद की है. हालांकि, पिछले कुछ समय में टिंडर सहित दूसरे डेटिंग प्लेटफॉर्म ने यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए एआई को अपनाया है. पर्सनल बायो तैयार करने से लेकर आकर्षक बातचीत की सुविधा तक, चैटजीपीटी (ChatGPT) जैसे AI-पॉवर्ड टूल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. 

रूसी व्यक्ति ने प्यार पाने के लिए किया ChatGPT का इस्तेमाल 

अलेक्जेंडर जदान ने एक्स पर इसे लेकर एक लंबा पोस्ट किया है. अलेक्जेंडर टिंडर का इस्तेमाल करके लगभग 5,239 महिलाओं से मिला. इतना ही नहीं अपनी पत्नी से मिलने में भी इसी डेटिंग ऐप ने अलेक्जेंडर की मदद की है. अलेक्जेंडर ने अपने पोस्ट में कहा कि बॉट की मदद से एक दिन में वह 6 डेट पर जाया करता था. 23-साल के अलेक्जेंडर ने पोस्ट में लिखा कि उसने इसके लिए ऐप पर ऐसे फिल्टर लगाए हैं जो ऐसी महिलाओं की पहचान करने में मदद करते हैं जिनके साथ वह बातचीत जारी रखना चाहता है. 

अलेक्जेंडर ने कहा, “मैंने ChatGPT को बताया कि मैं कैसे बातचीत करता हूं. सबसे पहले मुझे इसमें थोड़ी परेशानी हुई क्योंकि मुझे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. लेकिन बाद में मैंने इसे इस हद तक ट्रेन्ड कर दिया कि यह उन्हीं लड़कियों को मेरे फीड में लाने लगा जिनसे मैं बात करना चाहता था. इसी की बदौलत मुझे मेरी पत्नी भी मिली है. हालांकि अब मैं इसका इस्तेमाल बंद कर चुका हूं.”  

इसका दुरुपयोग भी हो सकता है  

हालांकि, डेटिंग में एआई के आ जाने से नैतिक दुविधाएं भी पैदा हो गई हैं. रोमांटिक बातचीत में चैटबॉट्स का उपयोग कहीं न कहीं विश्वास और प्रामाणिकता को खत्म कर सकता है. ऐसे में जैसे-जैसे यूजर्स डिजिटल लव स्टोरी  को तवज्जो दे रहे हैं, ऐसे में एआई की मदद लेना लोगों में कहीं न कहीं विश्वास को कम कर सकता है. 


 

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