Chennai Airport: सोलर एनर्जी से हर साल करोड़ों रुपये बचा रहा है चेन्नई एयरपोर्ट, 50% हो रहा है Renewable Energy का इस्तेमाल 

Solar Energy and Chennai Airport: इन सबकी वजह से एयरपोर्ट पर हर साल 2,200 टन कार्बन एमिशन में कटौती करने और बचाने में मदद मिलती है. वहीं सोलर एनर्जी के उपयोग से 10 करोड़ की एनर्जी बचाने में मदद मिलती है. 

Chennai Airport
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 13 जून 2023,
  • अपडेटेड 12:35 PM IST
  • 50% होता है नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल
  • 2 साल पहले ही सौर पैनल का उपयोग शुरू हो गया था

चेन्नई एयरपोर्ट को हरा-भरा किया जा रहा है. अब ये हवाई अड्डा पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी पर चल रहा है. बिजली की सभी जरूरतें अब नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) से पूरी होती हैं. एयरपोर्ट पर जिस बिजली का उपयोग होता है वो कई जगह से मिलती है. एक तो रूफटॉप पर लगे सोलर प्लांट से, दूसरी फर्मों से खरीदी गई सोलर एनर्जी और तीसरी टांगेडको से ग्रीन टैरिफ के तहत. 

50% होता है नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह उपलब्धि हाल ही में हासिल की गई है. इसके तहत नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग 50% से बढ़ा दिया गया है. टैक्सीवे लाइट और रनवे के लिए भी सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाता है. इसके बारे में बात करते हुए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि चेन्नई एयरपोर्ट पर उपयोग की जाने वाली इलेक्ट्रिकल एनर्जी में, 59% सोलर एनर्जी थर्ड पार्टी से खरीदी जाती है. इसके अलावा, 3% इन-हाउस 1.5MWp रूफटॉप के माध्यम से पूरी की जाती है. जबकि सोलर प्लांट से बची हुई 38% ग्रीन टैरिफ के तहत Tangedco से खरीदी जाती है. 

2 साल पहले ही सौर पैनल का उपयोग शुरू हो गया था 

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एयरपोर्ट औसतन 63,92,675 kWh एनर्जी प्रति महीने का उपयोग करता है. जबकि टर्मिनल फिटिंग को एलईडी लाइट में बदल दिया गया है. दो साल पहले, एयरपोर्ट पर नवीकरणीय ऊर्जा का 50% उपयोग हासिल किया गया था. यह तब हुआ था जब टर्मिनल भवनों पर स्थापित छत के ऊपर सौर पैनलों से बिजली का उपयोग शुरू किया गया था. 

इन सबकी वजह से एयरपोर्ट पर हर साल 2,200 टन कार्बन एमिशन में कटौती करने और बचाने में मदद मिलती है. वहीं सोलर एनर्जी के उपयोग से 10 करोड़ की एनर्जी बचाने में मदद मिलती है. 


 

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