बाजार में कितने ही खूबसूरत फूल हों लेकिन भारतीय मांओं का सबसे फेवरेट फूल होता है फूलगोभी, जो सर्दियों में हर घर में बड़े शौक से बनती है. फूल गोभी का हमारे भारतीय व्यंजनों में एक विशेष स्थान है क्योंकि इससे सामान्य से लेकर एग्जोटिक डिश बनाई जा सकती है. आलू गोभी, गोभी के पराठे, गोभी 65, गोभी मंचुरियन और न जाने क्या क्या, आप कई तरह की डिशेज फूल गोभी से बना सकते हैं.
मजेदार बात यह है कि भारत में फूलगोभी से बनी तरह-तरह की डिशेज ही नहीं बल्कि कई तरह की फूलगोभी भी मिलती हैं. पारंपरिक स्नो व्हाइट फूलगोभी से लेकर ब्रोकोफ्लॉवर जैसी विदेशी संकर किस्मों तक, भारत में फूलगोभी की किस्में लगातार बढ़ रही हैं.
1. स्नो व्हाइट फूलगोभी: यह सबसे कॉमन किस्म है जो अपने प्राचीन सफेद रंग के लिए जानी जाती है. गोभी मसाला और आलू गोभी जैसी क्लासिक सब्जियों में इसका इस्तेमाल होता है क्योंकि इसकी बनाबट ठोस और कसी हुई होती है.
2. पर्पल फूलगोभी: पर्पल रंग की गोभी एंथोसायनिन से भरपूर होती है और स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी रहती है. इसे सलाद, स्टर-फ्राई, या अचार के तौर पर इस्तेमाल किा जाता है.
3. रोमनेस्को फूलगोभी: इसकी बनावट की बात करें तो इसमें नुकीले स्पाइरल होते हैं और इसे सलाद में एक आर्टिस्टिक सेंटरपीस की तरह इस्तेमाल करते हैं. इसके पौष्टिक स्वाद और कुरकुरे टेक्सचर के लिए इसे भुना भी जाता है.
4. नारंगी या ऑरेंज फूलगोभी: जीवंत नारंगी रंग, बीटा-कैरोटीन से भरपूर, पोषण को बढ़ावा देता है. यह सफेद गोभी की तुलना में ज्यादा मीठी होती है और व्यंजनों की विजुअल अपील बढ़ाती है.
5. हरी फूलगोभी: अनोखे हरे रंग की गोभी, हल्के स्वाद के साथ एक दुर्लभ किस्म है. अपने रंग और बनावट को बरकरार रखने के लिए इसे सलाद के रूप में या हल्के से भाप में पका कर खाया जाता है.
6. ब्रोकोफ्लॉवर: ब्रोकोली और फूलगोभी की हाइब्रिड किस्म है. जिसमें ब्रोकोली जैसी दिखने वाले लाइम-ग्रीम कर्ड्स या फूल होते हैं. इसे उन सभी रेसिपीज में इस्तेमाल किया जा सकता है जिनमें ब्रोकोली या सफेद फूलगोभी चाहिए होती है.
7. चेडार फूलगोभी: चेडार चीज़ की याद दिलाने वाली इस किस्म में अतिरिक्त पोषक तत्व होते हैं. अपने विशिष्ट रंग और पोषण प्रोफ़ाइल के कारण इसका इस्तेमाल सूप, कैसरोल, या रोस्ट करके खाने में किया जाता है.
8. मैरो-स्टेम फूलगोभी: इसमें ब्रोकोली जैसा मोटा, खाने योग्य तना होता है. इसके फूलों और तनों दोनों का उपयोग किया जा सकता है, जिससे व्यंजनों में विभिन्न प्रकार का टेक्सचर आता है.
9. पूसा स्नोबॉल K-1: यह एक भारतीय हाइब्रिड किस्म है जो अपने कॉम्पैक्ट आकार और उच्च उपज के लिए जानी जाती है. भारतीय करी और स्टर-फ्राई के लिए उपयुक्त है. इसका छोटा आकार जल्दी पकने में मदद करता है.
10. कश्मीरी फूलगोभी: कश्मीर की सुरम्य घाटियों में उगाई जाने वाली, यह गोभी अपने अनूठे स्वाद के लिए जानी जाती है. 'नदरू मोंजे' जैसे स्थानीय व्यंजनों में अक्सर यह विविधता पाई जाती है.