"जब जिंदगी आपको नींबू दे, तो उससे नींबू पानी बना लो!" अंग्रेजी की ये पुरानी कहावत अब सिर्फ एक कहावत नहीं रही, बल्कि मेंटल हेल्थ और खुशहाल जीवन जीने का नया ट्रेंड बन गई है. इसे अब "लेमोनेडिंग" कहा जा रहा है, यानी जीवन में आने वाली कठिनाइयों को सकारात्मक अनुभवों में बदलने की कला.
हाल ही में यूएस ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी की एक स्टडी में पाया गया कि जो लोग जिंदगी को खेलने के अंदाज में जीते हैं और मुश्किल हालात में भी हंसने-मुस्कुराने का बहाना खोज लेते हैं, वे मानसिक रूप से ज्यादा मजबूत होते हैं.
क्या है "लेमोनेडिंग"?
"लेमोनेडिंग" का सीधा मतलब है- मुश्किलों को मौके में बदलना. यह एक मानसिक दृष्टिकोण है, जहां व्यक्ति अपनी कठिनाइयों को एक नए नजरिए से देखता है और उनके हल ढूंढने के लिए रचनात्मक तरीके अपनाता है. यह सिद्धांत "जब हालात हाथ से निकल रहे हों, तो खुद को और मजबूत बनाओ" पर आधारित है.
स्टडी की प्रमुख लेखिका शियांगयू ‘शैरन’ शेन ने बताया कि जो लोग प्लेफुल यानी खेल-भावना से भरपूर होते हैं, वे तनावपूर्ण स्थितियों में भी खुद को कंट्रोल रखते हैं और नई संभावनाओं की तलाश में रहते हैं.
कैसे अपनाएं "लेमोनेडिंग" का फॉर्मूला?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर हम अपनी सोच को थोड़ा बदलें और जीवन में कुछ छोटे-छोटे बदलाव करें, तो हम भी "लेमोनेडिंग" को अपना सकते हैं.
1. अपने अंदर की प्लेफुलनेस को बढ़ाएं
जिंदगी को थोड़ा हल्के में लें और उसे जरूरत से ज्यादा गंभीरता से न देखें. बचपन की तरह मस्ती करें, हंसी-मजाक करें और खुद को कुछ नया करने की छूट दें.
2. खुशियों और जिज्ञासा जगाने वाली एक्टिविटीज में हिस्सा लें
जो भी काम आपको खुशी देता है, चाहे वह डांस हो, म्यूजिक हो, लिखना हो या दोस्तों के साथ समय बिताना, उसे अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं.
3. अनायास (स्पॉन्टेनियस) चीजें करने की कोशिश करें
हर चीज को प्लान करने के बजाय कभी-कभी बिना किसी योजना के कुछ करने की कोशिश करें. जैसे- बिना सोचे कहीं घूमने निकल जाना, अचानक किसी पुराने दोस्त से मिलना या बारिश में भीगने का आनंद लेना.
4. उन लोगों के साथ समय बिताएं जो आपको हंसाते हैं
हंसना सबसे अच्छी दवा है! जो लोग आपकी कंपनी में आपको खुलकर हंसने का मौका देते हैं, उनके साथ ज्यादा समय बिताएं.
5. छोटी-छोटी चीजों में आनंद ढूंढें
हर दिन अपने रूटीन में छोटे-छोटे बदलाव करें. ऑफिस जाने के नए रास्ते अपनाएं, नए कैफे में जाएं, कभी अकेले मूवी देखें, या फिर अपने पसंदीदा गाने पर झूम लें!
"लेमोनेडिंग" अपनाने से क्या होगा फायदा?
शोध के मुताबिक, जो लोग ज़िंदगी को हल्के-फुल्के अंदाज में जीते हैं, वे तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से बचते हैं. लेमोनेडिंग से तनाव कम होता है, रचनात्मकता बढ़ती है, बेहतर फैसले लेने में मदद मिलती है, जीवन के प्रति सकारात्मकता बढ़ती है. तो अगली बार जब जिंदगी आपको नींबू दे तो चिंता करने की बजाय "लेमोनेडिंग" अपनाइए! हंसिए, खेलिए, मस्ती कीजिए और अपनी समस्याओं को मौके में बदलने का हुनर सीखिए. क्योंकि अंत में, जिंदगी को जीने का असली मजा वही लोग लेते हैं जो उसे खेल-खेल में जीते हैं!