इन दिनों हाथियों ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व की रौनक बढ़ा दी है. लिहाजा इनका पूरे गर्मजोशी के साथ स्वागत किया जा रहा है. ये बेजुबान हैं तो क्या. अपने शानदार वेलकम का जवाब देना इन्हें भली भांति आता है. ट्रक से 6 दिन की लंबी यात्रा के बाद कर्नाटक से 3 नर और 1 मादा हाथी. पीलीभीत टाइगर रिजर्व पहुंचे तो यहां का माहौल एकदम खुशनुमा हो गया. माला गेस्ट हाउस में इन्हें देखने वालों का तांता लग गया.
हाथियों के लिए हुआ पूजा पाठ
बड़ा सूर्या, छोटा सूर्या, मणिकांता नाम के हाथी के साथ निसरंगा नाम की मादा हाथी का. खुद उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने स्वागत किया. पूजा-पाठ करके इन्हें पीलीभीत टाइगर रिजर्व परिवार में शामिल किया गया. ये चारों हाथी कर्नाटक सरकार से उपहार स्वरूप मिले हैं. बाघों को काबू में करने के मकसद से तैयार किये गए प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इनका पीलीभीत लाया जाना संभव हुआ.
बाघों के साथ हाथियों का दीदार
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में इन हाथियों के स्वागत में खाने-पीने का भी पूरा ख्याल रखा गया. इनके आने के बाद अब यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ रोजगार और व्यापार की व्यापक संभावनाएं भी दिख रही हैं. इसी महीने पीलीभीत टाइगर रिजर्व पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. अब पर्यटक यहां बाघ, भालू, हिरण के साथ-साथ इन हाथियों के दीदार का भी लुत्फ उठा पाएंगे.
(पीलीभीत से सौरभ पांडेय की रिपोर्ट)