Elvish Yadav Case: क्या होता है Snake Venom, जिस मामले में Youtuber एल्विश यादव को हुई है जेल

मेनका गांधी के एनजीओ 'पीपल फॉर एनिमल्स' ने इस मामले को लेकर शिकायत दायर की थी. शिकायत के बाद पिछले साल नवंबर में एल्विश यादव और पांच अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. FIR होने के ठीक चार महीने के बाद रविवार यानी 17 मार्च 2024 को गिरफ्तारी हुई है.

Elvish Yadav
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST
  • बिग बॉस OTT सीजन 2 का विनर है एल्विश यादव
  • नोएडा कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा

यूट्यूबर और बिग बॉस OTT सीजन-2 के विनर एल्विश यादव (Elvish Yadav) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. आरोप है कि एल्विश यादव ने कथित रूप से दिल्ली-एनसीआर में एक पार्टी में मनोरंजन के लिए सांप के जहर (Snake Venom) का इस्तेमाल किया था. इस मामले में एल्विश यादव पर NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) एक्ट की गंभीर धाराएं लगाई गईं हैं. उसपर ड्रग की खरीद-फरोख्त के लिए फाइनेंस करने का भी आरोप है. नोएडा पुलिस (Noida Police) ने रविवार को एल्विश यादव को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. नोएडा कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करने के बाद एल्विश यादव को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

आरोप और कानूनी कार्यवाही

दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के एनजीओ 'पीपल फॉर एनिमल्स' ने इस मामले के बाद एक शिकायत दायर की थी. शिकायत के बाद नोएडा पुलिस ने पिछले साल नवंबर में एल्विश यादव और पांच अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. FIR होने के ठीक चार महीने के बाद रविवार को एल्विश की गिरफ्तारी हुई.

शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने नोएडा के सेक्टर 51 में एक रेव पार्टी में मनोरंजन के लिए सांप का जहर उपलब्ध कराया था. इस पार्टी में मुख्य छह आरोपी थे. पुलिस ने नामित आरोपियों के पास से कोबरा सहित कुल नौ सांप और 20 मिलीलीटर सांप के जहर वाली एक प्लास्टिक की बोतल बरामद की. जबकि पांच आरोपियों - राहुल, टीटू, जयकरण, नारायण और रविनाथ - को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था, वे वर्तमान में जमानत पर बाहर हैं. जिसके बाद एल्विश यादव ने जांच में सहयोग का आश्वासन दिया था.

क्या है स्नेक वेनोम?

स्नेक वेनोम सांप का जहर होता है. ये सांप की जहरीली लार होती है, जिसमें जूटॉक्सिन होते हैं. सांप इसका इस्तेमाल अपने शिकार को पचाने के लिए करता है. जबकि सांपों की कुछ प्रजातियां काटने के दौरान सांप के जहर को इंजेक्ट करती हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो इसे थूक भी देते हैं. सांप के जहर को 'मनोरंजक दवा' (recreational drug) के रूप में इस्तेमाल करना भारत में गैर-कानूनी है. इतना ही नहीं यह काफी खतरनाक भी होता है, जिसमें संभावित जान जाने का खतरा होता है. 

सांप के जहर का दुरुपयोग 

2018 के एक अध्ययन के मुताबिक, सांप का जहर काफी खतरनाक होता है. ऐसे में इसका दुरुपयोग करना खतरे से खाली नहीं है. अध्ययन में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि इस तरह के प्रयोग करने वाले ज्यादातर किशोर होते हैं. हालांकि वयस्क भी इसमें शामिल हो सकते हैं.

स्नेकबाईट आम तौर पर जनजातियों, झुग्गी-झोपड़ी के सपेरों के पास होता है. इसमें करैत, कोबरा, हरा सांप, रैट स्नेक और ग्रीन वाइन जैसी प्रजातियां शामिल होती हैं. काटने के बाद के लक्षणों में बेहतर सेहत, सुस्ती, धुंधला दिखना, चक्कर आना और अचानक से शरीर में ज्यादा उत्साह महसूस होना शामिल हैं. हालांकि इसका असर हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है.


 

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