Alaskan City: 14 मंजिल की इस इमारत में बसा हुआ है पूरा शहर...पुलिस स्टेशन से लेकर हॉस्पिटल तक की है सुविधा

अमेरिका के उत्तरी राज्य अलास्का में एक ऐसा शहर मौजूद है जहां एक 14 मंजिला इमारत में पूरा शहर बसा हुआ है. इस शहर का नाम है टाउन व्हिटियर. इस इलाके का मौसम ज्यादातर खराब रहता है जिसकी वजह से शहरवासियों ने इसी के अंदर अपनी पूरी दुनिया बसा ली.

Alaskan City
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 09 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 6:08 PM IST

क्या आप एक ही छत के नीचे स्कूल, परिवार, पुलिस स्टेशन की कल्पना कर सकते हैं? शायद नहीं? लेकिन आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां 14 मंजिला इमारत में पूरा शहर बसा हुआ है. अब आप सोच रहे होंगे कि अगर ये शहर है तो इसमें रहने वाले लोगों की संख्या कितनी होगी. आपको बता दें कि इस अनोखे शहर में 250 से 300 लोग रहते हैं. आपको बता दे कि ये दुनिया की सबसे बड़ी डोरमेट्री है जहां आप दुकान से किराने का सामान ले सकते हैं, डाकघर जा सकते हैं और यहां तक ​​​​कि अपने कपड़े धोते-धोते अपने पड़ोसी से भी टकरा सकते हैं वो भी बिना बाहर निकले.

डिजाइन के लिए है फेमस
ग्लेशियरों और बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच स्थित, लगभग 273 निवासियों का यह इलाका बेगिच टावर्स को अपना साधारण निवास स्थान कहता है. यह शहर अमेरिका के उत्तरी राज्य अलास्का में मौजूद है. इस शहर का नाम टाउन व्हिटियर है. इसे बेगिच टावर भी बोलते हैं. इस टावर के अंदर की डिजाइनिंग इतनी जबरदस्त है कि यहां रहने वाले लोगों को जरा सी भी दिक्कत नहीं होती. अपनी इसी डिजाइन और सिस्टम की वजह से ये टावर दुनिया भर में मशहूर है.

रास्ते खराब रहते हैं
इस पूरे शहर में रोजमर्रा की जरूरत की हर चीज से लेकर हॉस्पिटल, स्कूल, चर्च, डाकघर जैसी सारी सुविधाएं हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस टावर में पुलिस स्टेशन भी है. हालांकि कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि यहां क्राइम बहुत ही कम है.दरअसल इस इलाके का मौसम हमेशा खराब रहता है इसलिए यहां के लोगों ने इस बिल्डिंग के अंदर अपनी पूरी दुनिया बसा ली. लोग इस बिल्डिंग से बाहर बहुत कम जाते हैं. वहीं इमारत के बाहर दूर- दूर तक कुछ भी नहीं है. बर्फ की वजह से यहां के रास्ते काफी ज्यादा खराब हो जाते हैं.

क्या है इतिहास
दरअसल 1956 में इस इमारत की पूरी गाथा शुरू हुई थी. शीत युद्ध के दौरान इसे सेना के एक बैरक के रूप में बनाया गया था. युद्ध के दौरान सेना ने किराने के सामान के लिए और अपनी बंदूकों का व्यापार करने के लिए इसे नागरिकों के रहने के लिए उपयुक्त अपार्टमेंट परिसर में बदलने का फैसला किया था. युद्ध खत्म होने के बाद यहां के आम लोग इस घर में रहने लगे जिसके बाद देखते ही देखते ये कई परिवारों का आशियाना बन गया. 
 

 

Read more!

RECOMMENDED