स्क्रूटनी के बाद बदल गया इंटरमीडिएट का प्रदेश टॉपर,बड़ी बहन दिव्यांशी को पछाड़ छोटी बहन दिव्या बनी टॉपर

स्क्रूटनी के बाद बदल गई यूपी की टॉपर. हिंदी में बढ़े 38 नंबर, टॉपर से दो नंबर अधिक मिलने पर हुई टॉपर. दिव्या और दिव्यांशी जिले के शहर स्थित जय मां सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कॉलेज की छात्राएं हैं. दिव्या के हिंदी और भौतिक विषय में बहुत कम अंक आए थे.

UP Topper
gnttv.com
  • फतेहपुर,
  • 21 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 12:35 PM IST
  • बढ़े कुल 46 अंक
  • करवाई गई स्क्रूटनी

यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट 2022 का परीक्षा परिणाम 18 जून को आया था. इस परीक्षा में फतेहपुर जिले की जय मां सरस्वती ज्ञान मंदिर इंटर कालेज की दिव्यांशी ने 500 में 477 अंक लेकर यूपी  में टॉप किया था. बता दें कि उनकी जुड़वा बहन दिव्या भी इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुई थी और उसके अंक काफी कम रह गए थे. लेकिन पढ़ाई में तकरीबन एक जैसी होने के कारण दिव्या को अपने परिणाम पर विश्वास नहीं हो रहा था कि हिंदी और विज्ञान में इतने कम अंक कैसे आए? साथ ही हिंदी के अंकों को लेकर वह कतई भरोसा नहीं कर रही थी. हिंदी में उसे 56 अंक के साथ अंकपत्र में 500 में से 433 अंक हासिल हुए थे. पहले से ही वह कहती रही हैं कि हिंदी और भौतिक विज्ञान विषय में उसके अंक सही नहीं हैं, इसकी जांच करवाई जाए.

करवाई गई स्क्रूटनी
इसके बाद यूपी बोर्ड टॉपर दिव्यांशी के पिता राधेकृष्णा 29 सितंबर को दूसरी जुड़वा बेटी दिव्या को लेकर प्रयागराज स्थित यूपी बोर्ड के कार्यालय गए. माध्यमिक शिक्षा परिषद कार्यालय में अपर सचिव माध्यमिक शिक्षा से मुलाकात करके दिव्या के प्रतियोगी परीक्षा के परिणाम के बारे में जानकारी दी थी. साथ ही हिंदी व भौतिक विज्ञान की उत्तरपुस्तिका को निकलवाकर स्कूटनी करने का अनुरोध किया. 

बढ़े कुल 46 अंक
पिता के अनुरोध पर उत्तरपुस्तिकाएं निकलवाई गईं तो पता चला कि हिंदी की उत्तर पुस्तिका के मुख्यपृष्ठ पर 94 अंक दर्ज थे. मौजूद अफसर ने उत्तर पुस्तिका के अंदर प्रत्येक उत्तर पर मिले अंकों का जोड़ किया तो अंक 94 ही निकले. इसी तरह भौतिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिका जांची गई तो उसमें 99 अंक निकले. जिसके बाद हिंदी में 38 और भौतिक विज्ञान में 8 अंक के साथ कुल 46 अंक बढ़ने के बाद दिव्या के कुल अंक 479 हो गए हैं. इस तरह उसने अपनी जुड़वा बहन प्रदेश टापर रही दिव्यांशी को पीछे कर दिया है जिसके बाद यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर आनलाइन अंकपत्र में संशोधन कर दिया गया है.

दिव्यांशी (यूपी टॉपर) ने बताया की मेरी बहन पहला स्थान पाई है. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. मैं टॉप करूं या मेरी छोटी बहन टॉप करें दोनों एक ही बात है. वह यूपीएससी की तैयारी कर आईएएस बनना चाहती है. मैंने 447 अंक लाकर पहला स्थान प्राप्त किया था और मेरी बहन 479 लाकर प्रथम स्थान आई है. मेरी बहन के 44 नंबर बढ़े हैं और मैं प्रोफेसर बनना चाहती हूं. 

(फतेहपुर से नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट)
 

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