Go Nisha Go: युवा लड़कियों को माहवारी, सहमति और शिक्षा-करियर से जुड़े जागरूक फैसले लेना सिखा रहा है यह मोबाइल गेम

Go Nisha Go एक ऑनलाइन गेम है जिसके जरिए लड़कियों को Mensturation, Fertility और Consent से जुड़े मुद्दों पर जागरूक किया जा रहा है. यह गेम 15 से 19 साल की उम्र की लड़कियों के लिए बनाया गया है.

Go Nisha Go Mobile Game
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 21 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 3:39 PM IST
  • लड़कियों के लिए स्पेशल गेम 
  • लड़कियों को जागरूक कर रहा है गेम 

आज के डिजिटल जमाने में बच्चों के खेल और खेलने के साधन भी डिजिटल हो गए हैं. वैसे तो आए दिन तरह-तरह के ऑनलाइन गेम्स के बच्चों पर नकारात्मक प्रभावों के बारे में हम पढ़ते हैं लेकिन अगर कोई सही दिशा में आगे बढ़े तो ऑनलाइन गेम्स बच्चों को बहुत कुछ सिखा सकते हैं. और इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है Howard Delafield International (HDI). इस संगठन ने भारत में USAID की मदद से एक पहल शुरू की है जिसका नाम है- गेम ऑफ चॉइस, नॉट चांस. 

अपनी इस पहल के अंतर्गत उन्होंने एक गेम लॉन्च किया है- Go Nisha Go. यह ऑनलाइन गेम 15 से 19 साल की उम्र की लड़कियों के लिए है. यह गेम भारत में लड़कियों को सही जानकारी देना चाहता है ताकि वे अपने रिप्रोडक्शन हेल्थ, रिलेशनशिप में सहमति को समझ सकें और अपने परिवार में या व्यक्तिगत तौर पर भी खुद निर्णय ले सकें. 

लड़कियों के लिए स्पेशल गेम 
गो निशा गो गूगल प्ले स्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध है और इसकी रेटिंग 4.4 है. इस मोबाइल गेम में निशा एक काल्पनिक कैरेक्टर है और इस गेम को खेलते हुए यूजर्स पांच अलग-अलग लेवल्स में पहुंचते हैं. हर एक लेवल पर उनके कैरक्टर निशा के सामने अलग-अलग सवाल और चुनौती होती हैं. निशा की मदद से इमर्सिव रोल-प्ले के माध्यम से यूजर्स में निर्णय लेने की स्किल्स पनपती हैं. 

गेम ऑफ चॉइस, नॉट चांस की कंट्री डायरेक्टर और इंडिया टीम लीड कविता अय्यागरी ने गो निशा गो और गेम के लड़कियों पर पड़ने वाले दूरगामी प्रभाव के बारे में बताया. सबसे पहले गर्ल इफेक्ट नामक संस्था के साथ तीन स्थानों- दिल्ली, राजस्थान और बिहार की 200 से अधिक लड़कियों पर शोध शुरू किया गया.

लड़कियों से किशोरावस्था के दौरान उनके सामने आने वाले मुद्दों पर कई सवाल पूछे गए जैसे माहवारी, सेक्स, या रिलेशनशिप जैसे मुद्दों पर वे सलाह के लिए किसके पास जाती हैं. लड़कियों से बात करके समझ आया कि इन मुद्दों पर चर्चा करने में झिझक के कारण लड़कियों को मासिक धर्म, प्रजनन क्षमता और सहमति के बारे में विश्वसनीय जानकारी नहीं है. इसके बाद गेम को डिजाइन और फिर लॉन्च किया गया. 

लड़कियों को जागरूक कर रहा है गेम 
यह गेम लेवल 1 से शुरू होता है, जहां निशा का अपने पिता के साथ झगड़ा होता है कि उसे क्या पहनना चाहिए, और वह डॉ पारोमिता घोष के साथ इंटर्नशिप करती है.  उसकी यात्रा टैगलाइन, गो निशा गो, जी ले अपनी जिंदगी से शुरू होती है. लेवल 2 पर, निशा डॉ. घोष के साथ सिक्किम की यात्रा करती है, जहां उनकी मुलाकात डॉ. अरुणा से होती है जो एक इनक्यूबेशन सेंटर चलाती हैं जो पीरियड डिवाइसेज को बेहतर बनाता है. यह लेवल मासिक धर्म, इससे जुड़े उत्पादों और मिथकों को तोड़ने पर केंद्रित है. इस लेवल में निशा को आयुष में इंटरेस्ट आने लगता है. 

लेवल 2 के अंत में, उसे उसकी छोटी बहन का फोन आता है, जिसे पहली बार मासिक धर्म हुआ है. निशा अपनी जानकारी के आधार पर अपनी छोटी बहन को सही सलाह दे पाती है. गेम पीरियड्स हेल्थ हेल्पलाइन सहित वीडियो, उत्पादों और सेवाओं के लिंक भी देता है. इसके अलावा, लेवल 3 पर, निशा एक यूट्यूब इंफ्लुएंसर शिरीन मिस्त्री से मिलती है, जो सहमति के बारे में बात करती है और कैसे हर रिश्ता सम्मानजनक और फ्रेंडली होना चाहिए.

निशा कोसे यह भी तय करना है कि क्या उसे आयुष के साथ फिल्म देखने जाना चाहिए और वह रिश्ते को कहां तक ​​ले जा सकती है. जैसे गेम में आयुष ने निशा के साथ अपनी पहली डेट पर, उससे किस मांगी तो वह हां या ना का विकल्प चुन सकती है. जो वह निर्णय लेगी खेल उसी के आधार पर आगे चलता है.

हर लेवल में मिलती है जानकारी 
चौथे लेवल में, निशा नर्स-उद्यमी अनु जॉर्ज से मिलती है, और यहां बातचीत असुरक्षित सेक्स, गर्भनिरोधक, डॉक्टर से परामर्श और रिश्ते में हां या ना कहने के विकल्प पर केंद्रित है. अंतिम लेवल पर निशा दुविधा में है - उसके माता-पिता ने उसकी शादी के लिए एक लड़का चुना है. क्या वह अपने माता-पिता को आयुष के बारे में बताएगी, या कि वह अभी शादी नहीं करना चाहती है, या वह शादी के विचार को पूरी तरह से खारिज कर देगी और पत्रकार बनने की अपनी महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाएगी? गेम उसे अलग-अलग विकल्प प्रदान करता है और यूजर अलग-अलग परिणाम देखने के लिए उन्हें चुन सकता है. 

इस तरह गेम को खेलने वाली लड़कियों को न सिर्फ जरूरी मुद्दों पर सही जानकारी मिलती है बल्कि उन्हें एक समझ आती है कि इस तरह की परिस्थितियों में वे कैसे डील कर सकती हैं. अब तक, गो निशा गो के 3 लाख डाउनलोड हैं, जो गेम को लोकप्रिय बनाने के लिए फेसबुक और इंस्टाग्राम अभियानों के माध्यम से हासिल किए गए हैं. अब गेम ऑफ चॉइस, नॉट चांस अन्य भारतीय भाषाओं में गेम को विकसित करने के लिए फंडिंग ढूंढ रहा है.

 

Read more!

RECOMMENDED