भारत में शैम्पू प्लांट के तौर पर ज्यादातर रीठा को ही जाना जाता है. लेकिन आज हम आपको एक और शैम्पू प्लांट के बारे में बता रहे हैं. इस पौधे को आमतौर पर शैम्पू जिंजर या जिंजिबर ज़रुमबेट (zingiber zerumbet) कहा जाता है. यह जिंजर की ही एक किस्म है.
इस शैम्पू प्लांट के न सिर्फ फायदे होते हैं, बल्कि इसकी पाइन कोन की आकृति इसे एक आकर्षक हाउसप्लांट बनाती है. यह पौधा ट्रॉपिकल एशिया और ऑस्ट्रेलिया में होता है लेकिन अगर आपके यहां मौसम में नमी रहती है या आप इस पौधे के लिए ह्यूमिडिटी मैंटेन कर सकते हैं तो आप इसे अपने घर में लगा सकते हैं.
कैसे करें देखभाल
शैम्पू प्लांट को आप दो तरह से लगा सकते हैं- एक बीज से, दूसरा राइजोम से. राइजोम से लगाना आसान रहता है. आप अपने आसपास नर्सरी में इसके बारे में पता कर सकते हैं या ऑनलाइन मंगवा सकते हैं. आपको बता दें कि यह हाउसप्लांट है और इसे पार्शियल लाइट की जरूरत होती है.
इसके अलावा, आपको पौधे को हर हफ्ते पानी देना होगा और आपके क्षेत्र का तापमान 32 डिग्री फ़ारेनहाइट से ऊपर का तापमान होना चाहिए.
रोशनी:
यह पौधा इनडायरेक्ट रोशनी में सबसे अच्छा पनपता है. सीधी धूप इस पर नहीं पड़नी चाहिए. इस पौधे को घर के अंदर उगाना सबसे अच्छा है. घर में खिड़कियों वाला कमरा चुनें. और जिस खिड़की से ब्राइट लाइट अंदरपड़त हो उससे कम से कम तीन मीटर की दूरी पर पौधे को रखें.
कम रोशनी वाले कमरे में आपको पौधों के लिए आर्टिफिशियल ग्रो लाइट्स लगानी चाहिए.
पानी:
इस पौधे को आप फिल्टर्ड वाटर या बारिश का पानी दे सकते हैं. ध्यान रहे कि जब गमले की मिट्टी की एक से दो इंच तक परत सूख जाए तो आपको पौधे को पानी देना है. आप मिट्टी में उंगली से यह चेक कर सकते हैं. आपको इस पौधे को गर्मियों में हर सात दिन में एक बार पानी देना चाहिए.
मिट्टी:
आपकी मिट्टी ढीली और हवादार होनी चाहिए. आप एक औसत पॉटिंग मिक्स लें, फिर उसमें रेत और पर्लाइट मिलाएं. इससे हवा पास होती रहेगी और ज्यादा पानी आसानी से निकल जाएगा. आप मल्चिंग भी कर सकते हैं.
नमी है जरूरी
इस पौधे के आसपास कम से कम 50 प्रतिशत नमी का स्तर बनाए रखें. ह्युमिडिटी ट्रे को गमले के नीचे रखकर इस्तेमाल करें. आप इसके चारों ओर हवा की नमी को बेहतर बनाने के लिए हर तीन दिनों में पौधे पर मिस्टिंग भी कर सकते हैं.
खाद:
गर्मियों के संतुलित खाद डालनी चाहिए. महीने में एक बार खाद डालना पर्याप्त होना चाहिए.