इंसान में अगर कुछ करने की इच्छा हो तो वह फर्श से आसमान तक कब पहुँच जाता है यह उसको भी नहीं पता चलता. ऐसी ही कहानी हैं गुरदासपुर गांव सलोपुर के किसान गुरदयाल सिंह की हैं. इन्होने विदेश जाने के लिए बहुत बार प्रयास किया, लेकिन जा नहीं पाए. इसके बाद गुरदयाल सिंह पिता और पुरखों की खेती में हाथ आजमाया. इसके लिए गुरदयाल सिंह ने पंजाब कृषि विभाग के माहिरों के पास से शिक्षा ली. वहीं अब ये हल्दी और शहद की खेती करके लाखों रुपए कमा रहे हैं.
गुरदयाल सिंह ने 2004 से हल्दी और शहद की खेती कर रहे हैं. शुरू में गुरदयाल सिंह हल्दी पीसकर तैयार करते थे. इसके साथ ही उन्होंने हल्दी पीसने के लिए गांव में ही मशीने लगा ली. उसके बाद अब गुरदयाल सिंह खुद हल्दी की खेती करते हैं और दूसरे किसानों से भी हल्दी खरीदते हैं. हल्दी को पीसकर उसको पैकेट में बेचते हैं. जिससे उन्हें सालाना लाखों का मुनाफा होता हैं. जहां गुरदयाल सिंह ने पहले अपना रोजगार शुरू किया अब वह 20 से 25 लोगों को रोजगार देने का काम करते हैं.
इतना ही नहीं गुरदयाल सिंह ने अन्य किसानों से अपील किया है कि सहायक व्यापर को अपनाकर हम अपनी खेती को लाभपरक बना सकते हैं. इसके साथ ही गुरदयाल सिंह ने कहा कि जैसे किसान खेतों में फसल बोने के लिए नहीं झिझकता है वैसे ही उसे अपनी फसल को बेचने के लिए नहीं झिझकना चाहिए.
गुरदयाल सिंह ने आगे बताया कि वह अपनी तैयार की हुई हल्दी और शहद को सेलरों को बेचते हैं. इसके साथ वह किसान मेलों में और गुरफदासपुर में लगने वाले किसान बाजार में दुकान लगाकर अपने तैयार किए हुए समान को बेचते हैं. जिससे उन्हें काफी लाभ हो जाता हैं.
(गुरदासपुर से बिशाम्बर बिटटू की रिपोर्ट)