विलियम शेक्सपियर के नाटक ओथेलो में लुडोविको नाम के किरदार के लिए कहा गया कि एक महिला उसके होठों के एक स्पर्श के लिए वेनिस से फिलिस्तीन तक नंगे पांव जा सकती है. प्रेम में पड़े हुए इंसान के लिए कोई सफर बड़ा नहीं होता. और न ही कोई मंजिल दूर. लेकिन क्या हो अगर प्रेम की चाह में सैकड़ों मील का सफर करने वाले इंसान को धोखा मिल जाए.
ऐसा ही एक मामला पंजाब से सामने आया है जहां दुबई में काम करने वाला मजदूर अपनी प्रेमिका से शादी रचाने के लिए मोगा आया था. लेकिन वह और उसके 150 बाराती लड़की वालों का इंतजार करते रह गए. और लुटेरी दुल्हन उन्हें चूना लगाकर फरार हो गई. पीड़ित ने पुलिस को इस धोखाधड़ी की खबर दी है. आइए डालते हैं पूरे मामले पर एक नज़र.
कुछ यूं शुरू हुई दीपक की प्रेम कहानी
यह प्रेम कहानी तीन साल पहले शुरू हुई. दुबई में काम करने वाले 24 वर्षीय मज़दूर दीपक इंस्ट्राग्राम पर मनप्रीत कौर से मिले. दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई और फिर लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप. मनप्रीत ने दीपक को बताया था कि वह पेशे से वकील है और फिरोज़पुर में काम करती है. आखिरकार जालंधर के दीपक ने अपने दिल की बात का इज़हार किया और शादी की बात मनप्रीत के सामने रख डाली.
पुलिस को दी गई शिकायत में दीपक बताते हैं कि दोनों के माता-पिता ने भी बात की. और शादी के लिए छह दिसंबर का दिन चुन लिया गया. दीपक कहते हैं, "मेरी कभी उससे मुलाकात नहीं हुई. लेकिन इंस्टाग्राम पर उसकी तस्वीरें जरूर देखी थीं. अब मुझे शक है कि वे तस्वीरें भी सच्ची थीं या नहीं."
150 लोगों की बारात करती रही इंतजार
आखिर दीपक दुबई से लौट आया. छह दिसंबर को जालंधर के मंडियाली गांव से 150 लोगों की बारात लेकर दीपक मोगा शहर पहुंचा. दीपक के सिर पर एक लाल पगड़ी सजी हुई थी. उसकी कार फूलों से लदी हुई थी और वह अपनी होने वाली दुल्हन से मिलने के लिए बेताब था. मोगा पहुंचने के बाद दीपक ने मनप्रीत को कई कॉल किए.
मनप्रीत ने कहा कि उसके कुछ रिश्तेदार बारात को मैरिज हॉल तक ले जाने के लिए आएंगे. हालांकि शाम पांच बजे तक उन्हें कोई लेने नहीं आया. और फिर मनप्रीत ने अपना फोन भी बंद कर लिया. पांच घंटे से ज्यादा वक्त तक इंतजार करने के बाद दीपक और उसका परिवार मनप्रीत और उसके परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय पुलिस स्टेशन गए.
50,000 की लगाई चपत
दीपक ने बताया कि मनप्रीत ने उससे शादी के खर्चों के लिए 50,000 रुपए मांगे थे. दूल्हे के पिता प्रेमचंद ने कहा कि उन्होंने दुल्हन की मां से फोन पर बात करने के बाद शादी तय कर दी थी, लेकिन वे उसके परिवार के किसी भी सदस्य से व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं मिले. उन्होंने कहा, "हमारे साथ धोखा हुआ है. हम 150 मेहमानों की बारात लेकर पहुंचे, क्योंकि उन्होंने हमसे ऐसा करने के लिए कहा था."
प्रेमचंद ने कहा, "हमने शुरू में सिर्फ़ 5-10 लोगों के साथ आने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उन्होंने ज़ोर दिया कि बारात में 150 मेहमान होने चाहिए. हमने गाड़ियों को सजाने, मिठाइयों का इंतज़ाम करने और फ़ोटोग्राफ़र को काम पर रखने में भी काफ़ी पैसे खर्च किए. जब हम पहुंचे तो हमें पता चला कि उन्होंने जिस जगह का नाम बताया था. वह तो मौजूद ही नहीं है. यह सरासर धोखा है."
इस बीच, पुलिस अधिकारी हरजिंदर सिंह ने बताया कि दूल्हे के पिता की ओर से शिकायत आई है और वह मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस के पास फिलहाल सिर्फ लड़की का फोन नंबर ही है. उसी की मदद से लड़की को तलाश किया जाएगा.