Inspiring Story: Homemaker से लेकर Gamer तक, 12वीं पास गृहिणी ने बनाई गेमिंग में पहचान, हर महीने कमाती हैं 20 हजार रुपए

जम्मू की रहने वाली 44 साल की रीतू स्लाथिया की20 साल की उम्र में शादी हो गई थी. शादी के बाद वह गृहिणी बनकर रह गईं लेकिन बेटे के साथ गेम खेलने के शौक ने आज इन्हें Homemaker से Gamer बना दिया है.

Reetu (Courtesy: Rooter)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 12 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 2:50 PM IST

जब भी बात ऑनलाइन गेमिंग की होती है तो अभी भी भारत में लड़कियां और महिलाएं ज्यादा मशहूर नहीं हैं. लेकिन आज हम आपको बता रहे एक महिला गेमर के बारे में जिन्हें 'ब्लैकबर्ड' के नाम से जाना जाता है. जम्मू में रहने वाली 44 वर्षीय रीतू स्लाथिया के स्ट्रीमिंग और गेमिंग प्लेटफॉर्म रूटर पर 3.5 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं और उनके यूट्यूब चैनल पर 3.87 सब्सक्राइबर हैं. 

रीतू एक गृहिणी हैं जो गेमिंग के माध्यम से पैसा कमा रही हैं और यह उनके लिए बहुत बड़ी बात है. इससे उन्हें बहुत आत्मविश्वास मिलता है और वह आत्म-निर्भर महसूस करती हैं. 

12वीं तक पढ़ी हैं रीतू 
जम्मू की रहने वाली रीतू ने 12वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. वह अपनी शिक्षा जारी रखना चाहती थी, लेकिन उनके माता-पिता उन्हें कॉलेज नहीं भेजना चाहते थे. और उन्होंने रीतू की शादी 20 साल की उम्र में ही कर दी. हालांकि, आज जिंदगी में पीछे मुड़कर देखने पर वह कहती हैं कि उन्हें कोई शिकायत नहीं है क्योंकि वह जो भी करती है उनका परिवार हमेशा उनका सपोर्ट करता रहा है. उनका परिवार न केवल गेमिंग में उन्हें सपोर्ट करता है बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि कोई मुझे खेलते समय परेशान न करे. 

घरेलू ज़िम्मेदारियां संभालने और अपने बच्चे की देखभाल करने के बीच, रीतू ने कभी भी एक्टिवली गेमिंग या पैसे कमाने के बारे में नहीं सोचा था. लेकिन जब उनका बेटा बड़ा हुआ और उसने मोबाइल गेम खेलना शुरू किया, तो रीतू के जीवन में एक नया मोड़ आया. गौरव उनका इकलौता बेटा है, और उनके लिए उनका दोस्त भी है. ये मां-बेटे गेम पार्टनर भी रहे हैं. उन्होंने कैरम और बैडमिंटन जैसे खेलों से शुरुआत की और जैसे-जैसे समय बीतता गया, कैंडी क्रश और ऑनलाइन लूडो जैसे डिजिटल गेम भी खेलने लगे. 

कोविड से समय की शुरुआत
COVID-19 महामारी के दौरान, उन्होंने पहली बार अपने बेटे को BGMI खेलते देखा, और इस खेल में उनकी जिज्ञासा बढ़ गई. बाद में उनके बेटे ने उन्हें इसके बारे में बताया और रीतू को गेम में मजा आने लगा. उन्होंने गेम खेलने के लिए एक अलग मोबाइल हैंडसेट खरीदा और 2020 के अंत तक, वह गेमिंग लाइव स्ट्रीमिंग की दुनिया में आ चुकी थीं. उन्होंने अपने बेटे को अपने गेमप्ले की लाइव-स्ट्रीमिंग करते हुए लोगों से बात करते देखा. उन्होंने भी यह करने की सोची. पहले वह हिचक रही थीं लेकिन फिर उनके बेटे के सपोर्ट से उन्होंने यह किया. 

शुरुआत में लोगों से ज्यादा अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला लेकिन अब बहुत से लोग उन्हें फॉलो कर रहे हैं.  समय के साथ, उन्हें अपने साथी गेमर्स और दर्शकों से बहुत सराहना मिलने लगी. अब अगर उन्हें अपनी लाइवस्ट्रीम शुरू करने में देर भी हो जाती है, तो लोग उन्हें मैसेज करना शुरू कर देते हैं.  

कमा रही हैं पैसे 
44 वर्षीय महिला गेमर के रूप में रीतू की यात्रा आसान नहीं रही है. अपने लाइव सेशन के दौरान उन्हें अक्सर लोगों से कमेंट्स मिलते रहते हैं. जैसे आपकी उम्र नहीं है खेलने की.  लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद, रीतू के परिवार के सपोर्ट ने उन्हें सफल बनाया है. आज वह बीजीएमआई, क्लैश ऑफ क्लैन्स, फ्री फायर और जैसे गेम खेलती हैं. वह एक यूट्यूब चैनल भी चलाती है जहां वह अलग-अलग गेम खेलते हुए अपने वीडियो पोस्ट करती है. 

गेमिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से, वह प्रति माह लगभग 15,000 रुपये से 20,000 रुपये कमाती है. जब उन्होंने अपनी पहली कमाई की, तो वह बहुत खुश थीं. वह अपने परिवार को एक डिनर के लिए बाहर ले गई और यह एक अद्भुत एहसास था. उनका कहना है कि महिला गेमर्स के लिए संभावनाएं बहुत सारी है बस जरूरत है तो आगे आने की. 

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