महाकुंभ के प्रति देश-विदेश के लोगों में बड़ी आस्था देखने को मिल रही है. लोगों की आस्था को शब्दों मे बयां भी नही किया जा सकता है. महाकुंभ में 60 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं. और बहुत से श्रद्धालु तो बड़ी मुश्किलों से प्रयागराज पहुंच रहे हैं. तो वहीं कुछ लोग अपनी इच्छा से तप करते हुए संगम पहुंचना चाहते हैं. आज हम आपको बता रहे हैं एक श्रद्धालु के बारे में जो राजस्थान के जोधपुर से प्रयागराज तक चलकर जा रहे हैं.
हर दिन चलते हैं 50 किमी
यह कहानी है जोधपुर के तिवरी गांव के रहने वाले शिवलाल की, जिनकी उम्र लगभग 50 साल है. वह पैरों में चपल पहन कर प्रयागराज तक का सफर तय कर रहे हैं. श्रद्धालु शिवलाल बताया कि वह 29 जनवरी को अपने गांव से प्रयागराज के लिए निकले हैं. अब तक वह 1000 किलोमीटर से ज्यादा सफर तय करके वह सोमवार तक कौशांबी पहुंच चुके हैं. प्रतिदिन वह 50 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं और उसके बाद विश्राम. सुबह होते ही फिर वह पैदल ही सफर करना शुरू कर देते हैं.
महाशिवरात्रि के दिन लगाएंग संगम में डुबकी
उन्होंने इस मुश्किल मन्नत को पूरी करने के लिए अपने मन मे अटल विश्वास और आस्था को कायम रखा. शायद यही वजह है कि अब वह अपनी प्रतिज्ञा को पूरी करने में कामयाब रहे हैं. आज वह महाकुंभ संगम में पहुंच चुके हैं और महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्ममुहूर्त में त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे.
शिवलाल ने यह भी बताया कि जैसे ही वह यूपी की सीमा में दाखिल हुए तो फिर उन्हें कोई परेशानी नही हुई. सरकार और प्रशासन की ओर से हाईवे पर खाने पीने का बेहतर इंतजाम मिला. प्रशासन की ओर से बनाये गए होल्डिंग एरिया में वह विश्राम करते हुए आगे बढ़े.
(अखिलेश की रिपोर्ट)