Marigold Farming: फूलों की खेती से लाखों कमा रहा है यह किसान, मेहनत से बदली अपनी किस्मत

हरियाणा के रहने वाले जगतार सिंह फूलों की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. कम खर्च में ज्यादा आय अर्जित कर वह दूसरों के लिए मिसाल बन रहे हैं.

Flower farming
gnttv.com
  • करनाल ,
  • 09 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 3:00 PM IST

देश में पेयजल की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है. कई क्षेत्रों में तो भूजल स्तर बहुत नीचे में जा चुका है. जिसके चलते खेती-किसानी करना मुश्किल और खर्चीला हो चुका है. अब किसान गेहूं-धान की फसल को छोड़कर हॉर्टिकल्चर के तहत आने वाली खेती करने की दिशा में आगे बढ़े हैं. इसी कड़ी में करनाल के गांव सलारू के रहने वाले प्रगतिशील किसान जगतार सिंह फूलों की खेती कर रहे हैं और प्रति एकड़ 2 से 3 लाख रुपए कमा रहे हैं. जगतार सिंह आसपास किसानों के लिए मिसाल बनकर उभर रहे हैं. उनको देखकर दूसरे किसान भी फूलों की खेती करने लगे हैं.

कम लागत से ज्यादा मुनाफा-
किसान जगतार सिंह ने बताया कि वे पिछले करीब 5 सालों से फूलों की खेती कर रहे हैं. खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा दे रही है. इसके साथ साथ फूलों की खेती नकदी वाली फसल हैं. हर रोज या फिर सप्ताह में 8 से 10 हजार रुपए मिल जाते हैं. उन्होंने कहा कि पहले गेहूं और धान की खेती करते थे. जिसमें ज्यादा पानी तो लगता था साथ ही खर्च भी ज्यादा आता था और उन्हें कोई मुनाफा नहीं होता था. 
उनका कहना है कि पहले ही धरती के अंदर पेयजल का संकट पैदा हो चुका है.  अगर हम सब इसी प्रकार से धान ओर गेहूं की फसलों की खेती करते रहेंगे तो आने वाली वाली पीढिय़ों को खेती लायक पानी नसीब नहीं होगा. उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे बागवानी खेती करें, जो ज्यादा मुनाफे वाली फसले हैं. 

इस तरह करें खेती 
जगतार बताते है कि सितम्बर के महीने में लड्डू किस्म की पौध को लगाया जा सकता है ओर गर्मी के मौसम में जाफरी किस्म. इसके साथ ही साइड में खाली जगहों पर धनिया, पालक, सरसों या मक्का भी लगाया जा सकता है. जगतार ने बताया कि सरकार की तरफ से भी किसानों को आधुनिक खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. सरकार द्वारा इस प्रकार की खेती के लिए अच्छी सब्सिडी के साथ साथ आधुनिक यंत्रों को भी उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि किसानों की आधुनिक खेती की राह आसान हो. जगतार बताते हैं कि स्थानीय ग्राहक 35 से 45 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खेतों से ही फूलों की खरीदारी कर लेते हैं. 

साल में दो बार खेती से मुनाफा 
जगतार बताते है कि गेंदा फूल की खेती खाद्य फसल की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है. यह किसानों के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने का अच्छा जरिया है. साल में दो बार फूलों की खेती की जाती है। जिसमें पानी की खपत बिल्कुल कम है. महीनेभर बाद तुड़ाई शुरू हो जाती है और आये हफ्ते लाभ मिलना शुरू हो जाता है. उनका कहना है कि लगभग 5 साल पहले फूलों के खेती ने उनका जीवन बदल दिया. अब उनका पूरा परिवार बहुत खुश है. दूसरे किसान भाई भी इस प्रकार की खेती को अपनाए और अपना जीवन खुशहाल करें. 

 

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