करेल में रविवार को एक 30 वर्षीय ऑटो-रिक्शा चालक ने ₹25 करोड़ का ओणम बम्पर लॉटरी प्रथम पुरस्कार जीता. इस ₹500 के लॉटरी टिकट को खरीदने के लिए उन्होंने अपने बेटे के पिगीबॉक्स को तोड़ा था. विजेता संख्या का चयन राज्य के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल ने एक लकी ड्रा समारोह में किया था. श्रीवरहम के निवासी के अनूप एक ऑटो ड्राइवर हैं और इस लॉटरी के विजेता भी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अनूप का कहना है कि शुरू में, उन्हें इस पर विश्वास नहीं हुआ और उन्होंने अपनी पत्नी से दोबारा जांच करने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि शनिवार रात को पझावंगडी गणपति मंदिर के पास अपने एक रिश्तेदार के लॉटरी स्टॉल से उन्होंने टिकट खरीदा था.
तोड़ा बेटे का गुल्लक
अनूप का कहना है कि उनके पास पैसे की कमी थी और उन्हें अपने बेटे के गुल्लक को तोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. लॉटरी विभाग के अनुसार, अनूप को कर कटौती और एजेंट के कमीशन के बाद लगभग ₹16.25 करोड़ मिलेंगे.
अनूप ने आगे कहा कि लॉटरी की राशि ऐसे समय में आई जब वह अपने एक रिश्तेदार के कहने पर नौकरी के लिए मलेशिया जाने की योजना बना रहा था. क्योंकि महामारी के बाद से उनके आर्थिक हालात ठीक नहीं थे. उन्होंने कहा कि वह नियमित रूप से लॉटरी खरीदते थे और एक बार उन्हें ₹5000 का पुरस्कार मिला था.
बढ़ी ओणम बंपर लॉटरी की लोकप्रियता
राज्य के वित्त मंत्री बालगोपाल ने कहा कि राज्य में इस साल ओणम बंपर की लोकप्रियता और मांग बढ़ी है. इस बार कुल 66.54 लाख ओणम लॉटरी टिकट बेचे गए. इस साल ₹5 करोड़ का दूसरा पुरस्कार टीजी 270912 के टिकट पर जाएगा. इसके अलावा, दस अन्य लोगों ने ₹1 करोड़ जीते हैं.
दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल की ओणम लॉटरी का विजेता भी एक ऑटोरिक्शा चालक था. इस साल भी उन्होंने टिकट लिया था. उन्होंने कहा कि हालांकि उन्होंने पिछली राशि में से जमीन और बच्चों की शिक्षा में भारी निवेश किया है, फिर भी वह अपना ऑटो चलाते हैं.