43 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री कुवैत के दौरे पर जा रहा है. 21 और 22 दिसंबर को नरेंद्र मोदी कुवैत के अमीर के न्यौते पर यहां पहुंचेंगे. कुवैत के शाही परिवार का नाम अल-सबाह फैमिली है, जो 1752 से कुवैत में सत्ता पर है. इस परिवार ने कुवैत को सिर्फ एक रेगिस्तानी इलाके से तेल और गैस के केंद्र में बदल दिया. इस शाही परिवार की पहचान न सिर्फ उनकी सत्ता से बल्कि उनकी अथाह दौलत और बड़ी फैमिली से भी होती है. आइए जानते है कुवैत पर लगभग तीन शताब्दी से शासन कर रहे अल-सबाह फैमिली के बारें में जो कुवैत की राजनीति, संस्कृति और समाज के केंद्र में रहा है.
360 अरब डॉलर की है प्रॉपर्टी
कुवैत एक खाड़ी देश है, जहां पर 1752 से लेकर आज तक राजशाही चलती आ रही है. यहां के राजा को अमीर कहा जाता है. अभी के समय में कुवैत के राजा यानी अमीर मिशअल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह हैं. इनका शाही परिवार दुनिया के सबसे अमीर परिवारों में से एक है. कुवैत के शाही परिवार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक रिपोर्ट में इस परिवार की नेटवर्थ 360 अरब डॉलर बताई गई है. यानी भारतीय रुपये में बात करें तो ये 30.07 लाख करोड़ होती है. इस परिवार का काफी पैसा अमेरिकी शेयर बाजार में भी लगा है.
शाही परिवार के पास कहां से आता है पैसा
कुवैत का मुख्य कमाई का जरिया, देश में तेल का भंडार है. इस शाही परिवार में 1000 से ज्यादा सदस्य है. परिवार के कई सदस्य तेल से जुड़े कारोबार को चलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कुवैत भारी मात्रा में चिन, भारत और भी कई देशों में तेल बेचता है. तेल के अलावा अगर हम इस परिवार के इनकम की बात करें तो कुवैत का शाही परिवार रियल एस्टेट, दूरसंचार और बड़ी अमेरिकी कंपनियों में भी खूब पैसा लगाता है. यह परिवार कुवैत इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (KIA) को चलाता है. KIA ने ब्लैकरॉक, एसोसिएटेड ब्रिटिश पोर्ट्स (यूके), सिटीग्रुप और मेरिल लिंच जैसी कंपनियों में पैसा लगाया है. इसके अलावा, उनका बंदरगाहों, हवाई अड्डों और बिजली डिस्ट्रब्यूशन जैसी सेवाओं में भी निवेश है.
शाही महल के साथ-साथ कई अल्ट्रा-लग्जरी कारें
कुवैत के राजा के पास भी एक खास महल है. इस महल का नाम बायान पैलेस (Bayan Palace) है. इस महल को बनाने में 1045 करोड़ रुपये लगे थे . इसके अलावा इस महल के मेंटीनेंस पर भी बहुत रुपये खर्च होते हैं. शाही परिवार के पास अल्ट्रा-लग्जरी कारों का एक बड़ा कलेक्शन है. शाही परिवार की कारों में 1904 और 1924 की मिनर्वा, मूल जेम्स बॉन्ड फिल्मों की एस्टन मार्टिंस, एक कस्टम पोर्श 911 टर्बो एस, एक फेरारी एफ40, एक रोल्स रॉयस और एक पोर्शे कैरेरा भी शामिल हैं.
शाही परिवार को घोड़ों का भी शौक है. परिवार के पास अरबी और मिस्र की नस्ल के खास घोड़े हैं, जो 1000 एकड़ के अरेबियन हॉर्स सेंटर में बने अस्तबल में रहते हैं. यहां एक एडमिनिस्ट्रेटिव भवन, मस्जिद, ग्रीनहाउस और झील भी बनी है. कुवैत में प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो वर्ल्ड बैंक के डेटा के मुताबिक, कुवैत की जीडीपी प्रति व्यक्ति के हिसाब से 41,079.5 डॉलर है. इसको भारतीय रुपये में अगर कन्वर्ट करें तो करीब 34.3 लाख रुपये होता है.
(ये स्टोरी निशांत ने लिखी है. निशांत Gnt डिजिटल के साथ बतौर इंटर्न काम कर रहे हैं)