'श्री हरि' से की शुरुआत..फिर हिंदी में लिखा दवाइयों का नाम, Madhya Pradesh के डॉक्टर की ये पर्ची हुई वायरल

मध्य प्रदेश में अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में होगी. इसको लेकर एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मजाकिया लहजे में दवा का प्रिस्क्रिपशन भी हिंदी में होने का जिक्र किया. उन्होंने उधर ऐलान किया और इधर सतना में एक डॉक्टर ने अपने मरीज को हिंदी में पर्चा लिखकर दिया. डॉक्टर की ये पहल सुर्खियों में है.

डॉक्टर ने हिंदी में लिखा दवाइयों का नाम
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 18 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 7:56 AM IST

मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक डॉक्टर ने मरीज का प्रिस्क्रिप्शन हिंदी में लिखा है. जिसके बाद डॉक्टर का लिखा पर्चा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. गौरतलब है कि बीते दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि पर्ची में दवाइयां हिन्दी में ही लिखी जाएं तो हर्ज ही क्या है?

हिंदी में लिखी मरीज की केस हिस्ट्री

जानकारी के मुताबिक, सतना जिले के कोटर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर सर्वेश सिंह ने प्रिस्क्रिप्शन पर मरीज की केस हिस्ट्री हिंदी में लिखी और उसके बाद मुख्यमंत्री के कहे मुताबिक आरएक्स की जगह श्री हरि लिखने के बाद दवाइयों का नाम लिखा.

डॉक्टर सर्वेश ने हिंदी में प्रिस्क्रिप्शन लिखने की शुरुआत, पेट दर्द से पीड़ित मरीज रश्मि सिंह से की और फिर इस सिलसिले को आगे बढ़ाया. डॉक्टर सर्वेश के मुताबिक ऐसी 6-7 दवा की पर्ची लिखने के बाद लोगों का रिव्यू भी आने लगा. उन्हें दवाइयों के नाम पढ़ने और उसे कैसे इस्तेमाल करना है. ये जानने में सुविधा हो रही है. मेडिकल शॉप वाले भी मानते हैं कि हिंदी में लिखे प्रिस्क्रिप्शन को लोग आसानी से समझ रहे हैं. डॉ. सर्वेश के बारे में बात करें तो उन्होंने इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से वर्ष 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई की. नवम्बर 2019 में डॉ. सर्वेश की पदस्थापना कोटर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में की गई और तब से डॉ. सर्वेश कोटर में ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. 

सीएम शिवराज ने अपने भाषण में किया था जिक्र

दरअसल, देश में पहली बार हिंदी में एमबीबीएस के पाठ्यक्रम की शुरुआत मध्य प्रदेश से हुई है. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कोर्स के पहले वर्ष की हिंदी की 3 किताबों का विमोचन भी किया. उससे पहले शनिवार को भोपाल में चिकित्सा शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हिंदी में ही प्रिस्क्रिप्शन लिखे का जाने का जिक्र किया था. जिस पर डॉक्टर सर्वेश सिंह ने अमल भी शुरू कर दिया. विशेष रूप से यह कदम राज्य सरकार द्वारा एक महत्वाकांक्षी परियोजना के हिस्से के रूप में है. जिसका उद्देश्य हिंदी भाषा में मेडिकल शिक्षा प्रदान करना है.

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