शौच के बाद नदी में नहाने गए व्यक्ति पर मगरमच्छ ने किया हमला, बहादुरी से लड़कर बचाई अपनी जान

जानकारी के मुताबिक ओडिशा के बबरूबहन भुइया रोजाना की तरह शौच के बाद नदी में नहाने गए थे जब अचानक से एक मगरमच्छ ने उनपर हमला कर दिया. हालांकि भुइया ने मगरमच्छ पर वार करके अपनी जान बचाई.

मोहम्मद सूफ़ियान
  • भुवनेश्वर,
  • 19 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 1:31 PM IST
  • मगरमच्छ के मुंह पर किया वार
  • वन विभाग जल्द लेगा एक्शन

'जाको राखे साइयां मार सके ना कोई' ये कहावत ऐसी ही नहीं कहीं गई है, न जाने कितने मौकों पर यह कहावत एकदम सटीक बैठती है. ताजा मामला ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले का है, जहां सुबह शौच के बाद ब्राह्मणी नदी में नहाने गए एक व्यक्ति पर अचानक एक मगरमच्छ ने हमला कर दिया. व्यक्ति ने साहस दिखाते हुए पैर से मगरमच्छ के मुंह पर वार किया और अपनी जान बचा ली. हालांकि मगरमच्छ के हमले के कारण ग्रामीण व्यक्ति घायल हो गया है और जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

जानकारी के मुताबिक जिले के पत्तामुंडाई ब्लॉक अंतर्गत निमापुर ग्राम निवासी बबरूबहन भुइया प्रतिदिन की तरह शनिवार (17 सितंबर) की सुबह शौच के बाद ब्राह्मणी नदी में स्नान करने गया था. इस दौरान नदी में प्रवेश करते ही अचानक एक मगरमच्छ ने भुइया के पैर पर हमला कर दिया. हालांकि भुइया ने अपने साहस और चतुराई से मगरमच्छ के मुंह पर वार कर अपनी जान बचा ली. हालांकि मगरमच्छ ने भुइयां के पैर को बुरी तरह जख्मी कर दिया है. भुइया का जिला के अस्पताल में इलाज जारी है.

मगरमच्छ के मुंह पर किया वार
मीडिया से बातचीत में भुइया ने बताया कि शनिवार की सुबह प्रतिदिन की तरह शौच के लिए उठा. जिसके बाद मैं नहाने के लिए ब्राह्मणी नदी के किनारे पर गया. नदी में प्रवेश करते ही मुझे महसूस हुआ कि मेरा पैर किसी मगरमच्छ का शिकार हो गया हैं. भुइया ने विस्तार में बताया कि मगरमच्छ के हमले के बाद मुझे ऐसा लगा कि अब मैं जिंदा नहीं बचूंगा. मैंने करीब 10 मिनट तक अपने पैर को मगरमच्छ के मुंह से छुड़ाने का संघर्ष करता रहा. इस दौरान मैंने नदी के किनारे सुरक्षा जल के लिए लगाए गए बांस के पोल को पकड़ लिया और पूरी ताकत के साथ पैर से मगरमच्छ के मुंह पर वार किया. जैसे ही मगरमच्छ की पकड़ ढीली हुई, मैं पानी से बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहा. भुइया ने बताया की हालांकि मगरमच्छ के हमले के कारण मेरा पैर पूरी तरह से जख्मी हो गया है. मैं अपना इलाज जिला के सरकारी अस्पताल में करवा रहा हूं.

वन विभाग जल्द लेगा एक्शन
स्थानीय लोगों ने मीडिया को बताया की जिले में ग्रामीण लगातार नदी की छोर पर मगरमच्छ का शिकार होते हैं. हालांकि वन विभाग ने लोगों के सुरक्षा के मद्देनजर नदी में जाल लगाया था, जोकि चक्रवाती तूफान के कारण बर्बाद हो गया है. इस संदर्भ में कई बार हमने स्थानीय जिला वन प्रबंधक को सूचना दी है लेकिन नदी पर कोई उचित प्रबंध नहीं किया गया है. मीडिया से बातचीत में स्थानीय राजनगर रेंज के वन अधिकारी चित्तरंजन बेउरा ने कहा कि जैसा कि ब्राह्मणी नदी में पानी का स्तर ज्यादा है, मगरमच्छ आसानी ने जाल पर तैर सकता है. जिला वन विभाग के अधिकारी को इस घटना के बारे में अवगत कराया गया. इस विषय पर वन विभाग जल्द ही कोई कार्य करेगा.

 

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