कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें आप देखते हैं और सोचते हैं कि एक अकेले व्यक्ति में कितनी प्रतिभा हो सकती है. ऐसी ही एक प्रतिभा के धनी हैं ग्लैडसन पीटर, जो एक साथ 14 इंस्ट्रूमेंट्स बजा सकते हैं. इसके अलावा वो 49 अलग-अलग तरह के वाद्य यंत्र बजा सकते हैं. वास्तव में जहां कुछ लोगों को एक वाद्य में महारत हासिल करने में कठिनाई होती है, वहीं इस अविश्वसनीय व्यक्ति ने 49 वाद्य यंत्रों में महारत हासिल की है.
इन सबमें सबसे प्रेरक बात यह है कि ग्लैडसन के फेफड़ों की क्षमता केवल 40 फीसदी है. दरअसल उन्हें ट्यूबरक्लोसिस (TB) हुआ था जिसकी वजह से उनके फेंफड़े डैमेज हो गए. अपने स्वास्थ्य की स्थिति के बावजूद, उन्होंने संगीत के प्रति अपने जुनून को आगे बढ़ाने से नहीं रोका.
गिनीज बुक में दर्ज करवाना है नाम
ग्लैडसन पीटर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह पाना चाहते हैं. उनका दावा है कि भारत में एक ही समय में 14 वाद्य यंत्र बजा पाने वाले वो एकमात्र व्यक्ति हैं. एक बार में 14 वाद्य यंत्र बजाने वाले पीटर के प्रेरक वीडियो को ट्रैवल ब्लॉगर शेनाज ट्रेजरी ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. वीडियो में पीटर के हाथ में गिटार है और मुंह से वो एक साथ स्लाइड सीटी और हारमोनिका बजाते हुए दिख रहे हैं. उन्होंने ड्रम बजाने के लिए अपने पैर में तार भी लगा रखा है जबकि उनकी पीठ पर क्रैश सिंबल टंगा हुआ है.
तीन साल की उम्र से बजा रहे इंस्ट्रूमेंट्स
ग्लैडसन का संगीत के प्रति प्रेम तब स्पष्ट हो गया जब वह तीन साल के थे. तब उन्होंने एक खिलौना कीबोर्ड बजाना शुरू किया था. जैसे-जैसे वह बड़े होते गए, संगीत के प्रति उनका प्रेम, विशेष रूप से ताल, धीरे-धीरे एक जुनून में बदल गया. ईसाई घराने से ताल्लुक रखने वाला यह विलक्षण संगीतज्ञ अपनी शिक्षा के दौरान हमेशा चर्च गायक मंडलियों का हिस्सा रहा है. ग्लैडसन ने कभी कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया. उनका कहना है कि उनके पिता ही उनके पहले शिक्षक हैं. जब मैं बच्चा था तब उन्होंने मुझे गिटार और कीबोर्ड बजाना सिखाया था... यह मेरी जिज्ञासा, रुचि और ईश्वर प्रदत्त प्रतिभा है जिसने मुझे संगीतकार बनाया है जो मैं हूं.
शॉर्ट वीडियो डोमेन में उनकी यात्रा अक्टूबर 2019 में लाईकी के साथ शुरू हुई. इस प्लेटफॉर्म के साथ अपने सहयोग के तहत, ग्लैडसन ने ऐप पर कई वीडियो पोस्ट किए हैं. वह #LikeeDreams पहल का भी हिस्सा थे, जिसने जीवन में उनके संघर्षों, pleural effusion नामक बीमारी के खिलाफ लड़ाई और एक संगीतकार के रूप में विकास को आगे बढ़ाया.
कैसे बने स्टार
तिरुनेलवेली में जन्मे और मुंबई में पले-बढ़े ग्लैडसन अपने स्कूल के दिनों में हमेशा एक भावुक संगीतकार और एक सक्रिय खिलाड़ी थे. कक्षा 10 के अंत तक, वह पहले से ही 30 वाद्य यंत्र बजा रहे थे और वर्तमान में, उनको 49 वाद्य यंत्रों में महारत हासिल कर ली है, जिससे ऐसा करने वाले वो देश में केवल एक व्यक्ति बन गए हैं. pleural effusion से पीड़ित होने की वजह से उनके फेंफड़े 40 प्रतिशत खराब हो गए थे. इस वजह से डॉक्टरों ने उन्हें किसी भी तरह के वाद्य यंत्र को बजाने से परहेज करने की सलाह दी, ग्लैडसन इसकी वजह से डिप्रेशन में आ गए थे. लेकिन फिर अचानक से उन्हें स्कूल में अपने द्वारा बनाई गई एक तस्वीर की याद आई जिसमें एक आदमी के आसपास कई सारे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स रखे थे. पीटर ने उसे भगवान की तरफ से अपने लिए क्रिसमस गिफ्ट बताया जोकि उन्हें सपने में दिखाई दिया और वहीं से उन्होंने स्टार बनने की ठानी.