बिहार के कैमूर में एक अजीबो-गरीब मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. मामला किसी मंदिर में मूर्ति के दूध पीने का नहीं बल्कि एक पेड़ के दूध देने का बताया जा रहा है. घटना सामने आने के बाद स्थानीय लोगों ने चमत्कार मानकर पेड़ की पूजा शुरू कर दी है. पेड़ को देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. लोग पेड़ के पास फूल चढ़ाने के अलावा अगरबती जलाकर पूजा करने लगे हैं. घटना मोहनिया थाना क्षेत्र के मुजान गांव की बताई जा रही है.
काफी साल पुराना है नीम का पेड़
ग्रामीणों का कहना है कि नीम का पेड़ काफी साल पुराना है. आज सुबह ग्रामीणों ने देखा कि पेड़ की ऊपरी शाखा से होते हुए दूध की धार नीचे जमीन पर गिर रही है. उसके बाद ग्रामीण वहां जमा हो गए और पूजा पाठ करने लगे. देखते ही देखते बात जिले भर में फैल गई और अन्य गांव से ग्रामीण पेड़ का दर्शन करने पहुंचने लगे हैं. ग्रामीण दूध गिरने की घटना को चमत्कार मानते हुए, उसकी पूजा करने में व्यस्त हो गए हैं.
लोग कर रहे पेड़ की पूजा
स्थानीय ग्रामीण आश्चर्य में हैं कि आखिर पेड़ से कैसे दूध गिर रहा है? हालांकि कुछ लोग इसे केमिकल लोचा बता रहे हैं. वहीं ग्रामीण महेंद्र चौबे, बालिका देवी और पूर्व जिला पार्षद मोहनिया अजीत सिंह प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देने की बात कह रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पेड़ पूजा करने से पूरे गांव का कल्याण हो जाएगा. उसके बाद कुछ लोगों ने पेड़ पर पैसे चढ़ाने शुरू कर दिए. पेड़े को देखने के लिए भीड़ जमा हो रही है.
अभी उसे छूने से बच रहे लोग
पेड़ से गिरने वाला दूध जमीन पर काफी मात्रा में जमा हो गया है. हालांकि लोग उसे दूध के अलावा दूध जैसा कुछ मान रहे हैं. फिलहाल ग्रामीण उसे छूने से बच रहे हैं. लेकिन पेड़ के आस-पास शनिवार सुबह से लोगों की भीड़ जमा है. इसकी सूचना अभी तक प्रशासन को नहीं लगी है जबकि इधर पूरी तैयारी के साथ पेड़ की पूजा शुरू हो गई है. सवाल है कि आखिर पेड़ से गिरने वाला तरल पदार्थ क्या है, जो तेजी के साथ गिर रहा है.
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