भारत में टमाटर और प्याज की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है. हालांकि, एकदम आए इस उछाल ने कई लोगों के मन में ये सवाल उठा दिया है कि क्या दूसरी सब्जियां भी हैं जो लागत में इनके बराबर या इनसे ज्यादा है. हैरानी की बात यह है कि भारत की सबसे महंगी सब्जी का खिताब टमाटर या प्याज को नहीं बल्कि एक अनोखी चीज को जाता है. ये सब्जी बस्तर का बोड़ा है.
बस्तर में हैं कई ऐसी चीजें
छत्तीसगढ़ में स्थित, बस्तर जिला, जिसे पहले दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था, अपने हरे-भरे जंगलों और समृद्ध आदिवासी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. बस्तर में चित्रकोट झरना और विशेष रूप से बोड़ा जैसे विशिष्ट संसाधन मौजूद हैं.
बोड़ा, एक कंद मशरूम, जो साल के पेड़ की जड़ों के पास मिट्टी के नीचे उगता है और विशेष रूप से जून और जुलाई के महीनों के दौरान उपलब्ध होता है. साल के पेड़ों की उपस्थिति इस सब्जी के लिए जरूरी है. यही इसे दुर्लभ और विशिष्ट बनाती है. हालांकि, चौंकाने वाली बात इसकी कीमत है, जो 800 रुपये से लेकर 4,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक है.
बोडा का रहस्य
आपके मन में अब ये सवाल आ सकता है कि आखिर बस्तर का बोड़ा भारत की सबसे महंगी सब्जी क्यों है. इसका कारण है कि बस्तर के लोग पूरे साल बोड़ा का आनंद लेने के लिए मानसून का बेसब्री से इंतजार करते हैं. गांठदार छोटे आलू जैसा दिखने वाला यह जंगली भोजन बस्तर के जंगलों में पाया जाने वाला एक स्वादिष्ट व्यंजन है.
बोड़ा न केवल लोकप्रिय है बल्कि स्वादिष्ट भी है. बस्तर के साल जंगलों में साल के पेड़ों के नीचे प्राकृतिक रूप से उगने वाली इस सब्जी की कीमत शुरू से ही बढ़ जाती है. ये 500 रुपये से 600 रुपये प्रति पायली, 1,500 रुपये से 2,000 रुपये प्रति चोली और कभी-कभी 2,500 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाती है.
क्या है इसकी विशेषता है?
इसकी भारी कीमत के अलावा, बोड़ा, या बस्तर में प्राकृतिक रूप से उगने वाला मशरूम, विटामिन, प्रोटीन और खनिजों से भरपूर होता है. कभी-कभी 3,000 रुपये से 4,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकने वाली, मानसून के दौरान सब्जी की वार्षिक उपलब्धता इसे और भी लोकप्रिय बना देती है. इसलिए, बस्तर आने वालों के लिए, बोड़ा का लुत्फ उठाना एक जरूरी चीज बन जाता है.