अकोला के चिन्मय सावजी आजकल शहर तथा देश मे चर्चा विषय बना हुआ हैं. चिन्मय ने महज 5 साल 11 महीने में दो वल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. चिन्मय ने केवल 42 सेकंड में 48 एशियाई देशों को उनकी राजधानियों के साथ नाम फटाफट बोलने का रिकॉर्ड बनाया है. उनका रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा दर्ज किया गया था.
एशियाई देशों का नाम मुंहजुबानी हैं याद
चिन्मय को आप छोटा पैक बड़ा धमाका भी बोल सकते हैं. दो रिकॉर्ड केवल छह साल के चिन्मय के नाम दर्ज हैं. पहला रिकॉर्ड एशिया के सभी 48 देशों के नाम उनकी राजधानियों के साथ 42 सेकेंड में करने का है,जबकि दूसरा लगातार आठ मिनट तक खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी कविता का पाठ करना है.
मोबाइल के बजाए पढ़ाई पर करते हैं फोकस
चिन्मय के दोनों रिकॉर्ड इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा दर्ज किए गए हैं. चिन्मय अब अपनी राजधानियों सहित दुनिया के 192 देशों के नाम कम से कम समय में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं. चिन्मय मोबाइल के बिल्कुल भी दीवाने नहीं हैं. इस उम्र में वह कई देशों में खेल रहे हैं, उनकी वास्तुकला और उनकी विशिष्टता आज उन्हें कई बच्चों से अलग बनाती है.
(धनंजय साबले की रिपोर्ट)